आमिर खान ने लड़ाए पतंगों के पेंच

मुंबई। बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट कहे जाने वाले आमिर खान को आमतौर पर ऐसे मस्ती करते हुए नहीं देखा जाता। आमिर अपने काम को लेकर काफी संजीदा और सीरियस रहते हैं। लेकिन आज मकर संक्रांति के मौके पर आमिर को ऐसे पतंग उड़ाते हुए देखना उनके फैंस के लिए काफी दिलचस्प है।
आमिर खान ने दी मकर संक्रांति की शुभकामनाएं
आमिर ने मकर संक्रांति के दिन एक फोटो ट्वीट किया। फोटो में आमिर अपनी टीम के साथ पतंग उड़ाते हुए दिख रहे हैं। साथ ही आमिर ने सभी को मकर संक्रांति की शुभकामनाएं भी दी और लिखा कि पतंग उड़ाना उनके बचपन के शौक में से एक है।
जी हां, मकर संक्रांति के पर्व पर आज आमिर की पर्सनेलिटी का एक अनूठा पहलू सामने आया जब वो पतंग उड़ाते नजर आए। पंजाब में फिल्म की शूटिंग से कुछ समय निकालकर आमिर ने सभी क्रू मेंबर्स के साथ पतंगबाजी की। फिलहाल इन दिनों आमिर अपनी फिल्म ‘दंगल’ की शूटिंग में बिजी हैं जो रेसलिंग पर आधारित है।
पिछले दिनों इन कारणों से आमिर खान रहे चर्चा में
#Intolerance पर आमिर ने कहा था कि उनकी पत्नी को देश में डर लगने लगा है। नवंबर में एक मीडिया ग्रुप के अवॉर्ड फंक्शन में उन्होंने ये बातें कहीं थी। उन्होंने कहा था कि देश का माहौल देखकर उनकी पत्नी किरण ने पूछा था कि क्या हमें देश छोड़ देना चाहिए? किरण बच्चे की हिफाजत को लेकर डरी हुई थीं। इसके बाद कई नेताओं ने आमिर को देशद्रोही बताया और लगातार आमिर पर हमले किए जा रहे हैं।
‘असहिष्णुता’ पर विवादास्पद बयान देने के बाद आमिर खान को पहले आमिर को ‘अतुल्य भारत अभियान’ के ब्रांड एम्बेसडर से हटा दिया गया है और उनकी जगह अमिताभ बच्चन को ले लिया गया है। इतना ही नहीं रोड सेफ्टी कैम्पेन से उन्हें हटाया गया है।
एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक, केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के कहने पर आमिर को रोड सेफ्टी कैंपेन का ब्रांड एम्बेसडर बनाया गया था। इस कैंपेन के लिए दिसंबर 2014 में आमिर को साइन किया गया था। आमिर एक टीवी शो सत्यमेव जयते पर सड़क दुर्घटनाओं पर एक एपिसोड दिखाया गया था। इसके बाद खुद केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने आमिर से बात की थी और उनसे मुलाकात भी की थी। इसके बाद आमिर इस कैम्पेन के लिए फ्री में काम करने के लिए तैयार हो गए थे। पूर्व रोड ट्रांसपोर्ट सेक्रेटरी विजय छिब्बर के मुताबिक आमिर के साथ शूट करने और डेट प्राब्लम की वजह से एड काफी लेट हो चुका है। शायद इसलिए मिनिस्ट्री ने यह फैसला किया है।