एयरलाइंस के ये 8 Secrets आप नहीं जानते होंगे

नई दिल्ली। एयरलाइंस के कुद ऐसी बातें जो आमतौर पर लोग नहीं जानते होंगे। एयर ट्रैवलिंग के दौरान ऐसा बहुत कुछ है, जो न एयरलाइंस कंपनियां आपको बताती हैं और न ही पायलट या एयरहोस्टेस। Reddit पर हुए एक online discussion में एयरलाइंस कर्मचारियों ने ही इन बातों से परदा उठाया है, जिसके आधार पर हमने ये लिस्ट तैयार की है। तो अगर आप भी एयर ट्रैवल करने जा रहे हैं, तो एक बार इन बातों पर जरूर गौर कर लें।
एयरलाइंस क्यों पायलट्स को नहीं देती पैसेंजर्स का खाना
क्या आप जानते हैं कि एयरलाइन्स जो खाना फ्लाइट में आपको परोसती हैं, वो पायलट्स को नहीं दिया जाता। ऐसा पायलट्स की सेहत को ध्यान में रखकर किया जाता है। अब इसका मतलब क्या निकाला जा सकता है आप खुद समझें !
15 मिनट ही काम करते हैं ऑक्सीजन मास्क
इमरजेंसी में ऑक्सीजन मास्क का यूज़ आम बात है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ मौकों पर यह बिल्कुल बेकार साबित होता है। फ्लाइट अटेंडेंट और एयरहोस्टेस आपको डिमॉन्सट्रेट कर बताते हैं कि इनका यूज़ कैसे करना है, लेकिन इमरजेंसी में आपको उम्मीद करनी होगी कि आपका पायलट 15 मिनट में फ्लाइट संभाल ले, क्योंकि ये मास्क 15 मिनट से ज्यादा काम नहीं करते। इसके बाद ऑक्सीजन मिलनी बंद हो जाती है, जिसके चलते हाइपर वेंटिलेशन की स्थिति बनती है और आपकी जान खतरे में आ जाती है।
पायलट भी सोते हैं
जी हां, आपके पायलट भी सोते हैं। ऊंचाई पर एयर पॉकेट बनने की वजह से ऐसा होता है। दरअसल, हजारों फीट ऊंचाई के जो नज़ारे हमें रोमांचित करते हैं, पायलट उनके आदी हो चुके होते हैं। 60 फीसदी पायलट्स ने माना भी है कि वे लंबी दूरी की फ्लाइट्स में कभी-कभी झपकी ले लेते हैं। ऑटो पायलट मोड उनकी मदद करता है और सेकंड पायलट भी।
USED होते हैं हेडफोन
प्लेन में जो हेडफोन आपको प्लास्टिक में बंद मिलते हैं, उनमें से ज्यादातर यूज़ किए होते हैं। दोबारा यूज़ करने पर इनसे इन्फेक्शन हो सकता है।
अवॉइड कीजिए कॉफी
एयरलाइंस के कर्मचारियों पर हुए सर्वे में पता चलता है कि कॉफी कंटेनर हर सुबह सही तरह से साफ नहीं किया जाता और ऐसा सप्लाई एजेंट की तरफ से होता है, जो लापरवाही बरतता है। इसलिए फ्लाइट में कॉफी अवाइड करें तो अच्छा है।
खुले होते हैं प्लेन के कई नट
प्लेन जब अपनी उड़ान पर होता है तो एक-दो नहीं, बल्कि कई नट-बोल्ट खुले होते हैं और ये आपका पायलट भी जानता है। लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। प्लेन का सिस्टम ज्यादातर पार्ट्स के अल्टर यूज़ कर लेता है। जैसे-प्लेन की राइट विंग के दो स्क्रू हमेशा खुले होते हैं, ताकि उन्हें मूव किया जा सके और प्लेन को टर्न लेने में मदद मिले।
ट्रे टेबल
फूड रखने, अपना हाथ रखने या लैपटॉप रखने के साथ इस ट्रे का यूज़ बेबी के डायपर बदलने के लिए भी होता है। इसके अलावा सीट, सीट पॉकेट के साथ-साथ सेफ्टी बुक में काफी कीटाणु होते हैं। इसलिए बैठने से पहले चेक कर लें कि अच्छे ढंग से साफ-सफाई हुई हो, वरना आप बीमार पड़ सकते हैं।
लाइफ जैकेट
क्या आपने कभी खुद चेक किया है कि लाइफ जैकेट्स सीट के नीचे हैं या नहीं। आपको करना चाहिए। अक्सर ये सही जगह पर नहीं होतीं।
डिस्कार्ड होने तक नहीं धोए जाते कंबल और तकिए
लंबी दूरी की फ्लाइट्स में पैसेंजर्स को प्रोवाइड किए जाने वाले कंबल और तकिए दिखते भले ही साफ हों लेकिन होते नही हैं। प्लेन के अंदर गंदगी कम होती है जिससे वे मैले नहीं दिखते लेकिन उनमें कीटाणु मौजूद होते हैं।
(दैनिक भास्कर से साभार)