नई दिल्ली। गर्मी के मौसम में लोग खाने से मुंह फेर लेते हैं। लेकिन इससे इतर कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो ज्यादा और बासी खाना खा लेते हैं। गर्मी में बासी खाना तो बिल्कुल भी नहीं रखना चाहिए। यह सेहत के लिए हानिकारक होता है।
गर्मी में बासी खाना कतई न रखें
वहीं कुछ लोग समय की कमी के कारण फ्रूट्स, सलाद, सब्जियां कई घंटों पहले या रात में ही काट कर रख देते हैं। जबकि कुछ लोग रात में ही आटा गूंथकर रख देते हैं और सुबह उठते ही उसका खाना बनाकर ऑफिस ले जाते हैं। कुछ लोग रात का खाना ऑफिस ले जाते हैं। यह बहुत ही खतरे की बात है। इसको नहीं करना चाहिए।
क्या होते हैं नुकसान-
कटे हुए फल और सब्जियां का हवा के संपर्क में आने से इनमें मौजूद विटामिंस और मिनरल्स खत्म हो जाते हैं।
कुछ न्यूट्रिशंस बिल्कुल खत्म हो जाते हैं तो कुछ कम हो जाते हैं।
फ्रीज में रखते ही इन फूड्स की एंजाइम एक्टिविटी खत्म हो जाती है।
फूड्स का ऑरिजनल टेस्ट खत्म हो जाता है। ऐसे में आपको बहुत ही कम मात्रा में ताजे फल और सब्जियां लाकर उन्हें साफ पानी से अच्छी तरह धोकर तुरंत काटकर खाना चाहिए।
अगर आप कटे हुए फल और सब्जियां खाकर ये सोच रहे हैं कि आप बहुत न्यूट्रिशन ले रहे हैं तो आप गलत सोच रहे हैं।
जूस भी बाहर के और पैक्ड इसलिए मना किए जाते हैं क्योंकि इनमें फाइबर कंटेट कम हो जाता है।
ठीक इसी तरह से कटे हुए फल और सब्जियों के साथ होता है। कुछ भी रॉ मैटिरियल जो आप खाने वाले हैं उसे बहुत देर पहले काटकर बिल्कुल ना रखें।
क्या-क्या हो सकती हैं बीमारियां-
बासी फल और सब्जियां या कोई भी फूड खाने से गर्मियों में लूज मोशन की शिकायत हो जाती है।
गैस्ट्रिक प्रॉब्लम होने लगती है।
फूड प्वॉइजनिंग तक हो जाती है।
फूड से एंजाइम एक्टिविटी खत्म होते ही ये डायजेस्टिव सिस्टम पर डायरेक्ट इफेक्ट करती है।
इसी वजह से पीलिया टायफायड और वायरल की समस्या बहुत देखने को मिल रही है।
ऑयल को भी बार-बार इस्तेमाल ना करें। इससे ऑक्सीडेशन हो जाता है। इससे आपको हार्ट की प्रॉब्लम, हाई कॉलेस्ट्रॉल की प्रॉब्लम हो सकती है।
मेटाबॉलिक सिंड्रोम, पीसीओडी ये सभी दिक्कतें हो सकती हैं। कुछ लोग बाहर से ऑर्डर करते हैं तो उसे भी दो टाइम खाने की कोशिश करते हैं। ऐसा करना बीमारियों को दावत देना है। गर्मियों में तो बाहर का खाना वैसे भी एवॉइड करना चाहिए। इससे लाइफस्टाइल डिजीज बढ़ सकती हैं।