टीम इंडिया जीत के लिए लेगी ऑस्ट्रेलियाई प्रोफेसर की मदद

पर्थ। टीम इंडिया को पहले वनडे में 300 से ऊपर का स्कोर बनाने के बावजूद भी हार का सामना करना पड़ा। कारण रहा, टीम इंडिया की खराब गेंदबाजी। टीम इंडिया के गेंदबाज अक्सर फिटनेस और इंजरी की समस्या से टीम से अंदर बाहर होते रहते हैं। इसी कारण पिछले 3 सालों से टीम इंडिया के पास कोई एक नंबर का गेंदबाज नहीं है।
टीम इंडिया के गेंदबाज नहीं हैं फिट
अभी हाल ही में मोहम्मद शमी ने हेमस्ट्रिंग की चोट से उबरकर लगभग एक साल बाद टीम इंडिया में वापसी की है। पहले मैच में उनको टीम के प्लेंइग इलेवन में जगह नहीं मिली तो वहीं इसके बाद कुछ घरेलू विवाद के कारण उन्हें टीम इंडिया का साथ छोड़कर वापस देश लौटना पड़ गया।
टीम इंडिया के गेंदबाजों को फिट रखने के लिए टीम के फिज़ियो पैट्रिक फरहार्ट ने एक तरकीब सोची है। इसमें भारत अब इस बड़ी समस्या से निजात पाने के लिए ऑस्ट्रेलिया के एक प्रोफेसर का सहारा लेगा। ब्रिस्बेन में खेले जाने वाले अगले वनडे से पहले टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलियाई प्रोफेसर टोनी शील्ड की मशीन ‘नोर्डबोर्ड’ की निगरानी में प्रेक्टिस की।
दरअसल ऑस्ट्रेलिया की क्वींसलैंड यूनिवर्सिटी में पढ़ाने वाले प्रोफेसर टोनी शील्ड ने खुद इस मशीन का इजात किया है। ये मशीन खिलाड़ियों के फिटनेस लेवल पर नज़र रखती है और खिलाड़ी की फिटनेस के इतिहास को भी पढ़ लेती है। किसी भी स्पोर्ट्सपर्सन के साथ प्राइमरी या सैकंड्री फिटनेस प्रोब्लम हैमस्ट्रिंग होती है। जिसकी वजह से खुद शमी भी हाल ही में बाहर हुए। इस मशीन के जरिये किसी भी खिलाड़ी के फिटनेस लेवल को जांचा जा सकता है तथा टीम के फिज़ियों प्रेक्टिस के बाद खिलाड़ी मैच के लिए कितना फिट है इसका आंकलन भी कर सकते हैं।
प्रोफेसर टोनी की ये मशीन ऑस्ट्रेलिया के खेल संस्थानों में बहुत प्रसिद्ध है। साथ ही 8 इंग्लिश प्रीमियर लीग और कई एथलीट्स भी प्रोफेसर टोनी के क्लाइंट हैं जो कि इनकी फिटनेस लेवल की जांच परख करते हैं। अब टीम इंडिया इस प्रयोग को आजमाने के मूड में है।
साभार- एबीपी लाइव