निर्माण श्रमिकों को मार्च से लखनऊ में मिलेगा मध्याह्न भोजन

लखनऊ। उप्र सरकार अब निर्माण श्रमिकों को मध्यान्ह भोजन उपलब्ध कराने जा रही है। इस सम्बन्ध में संस्था से करार हो गया है। यह जानकारी आज प्रमुख सचिव श्रम डा. अनिता भटनागर जैन ने दी।
गौरतलब है कि निर्माण कार्य में जुटे श्रमिकों को जबरदस्त श्रम के बाद भोजन के लिए दर दर भटकना पड़ता था औऱ उन्हें स्वास्थ्य के लिेए लाभदायक खुराक भी नहीं मिल पाती थी। इसमें समय की भी बर्बादी होती थी। इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखकर श्रम बल को सुदृढ़ता प्रदान करने के उद्देश्य से सरकार ने उन्हें अत्यन्त रियायती दर पर भोजन उपलब्ध कराने का फैसला किया है।
निर्माण श्रमिकों को रियायती कूपन पर भोजन
उन्होंने कहा कि लखनऊ शहर में चिन्हित चार निर्माण स्थलों अमौसी स्थित मेट्रो की साइट, निर्माणाधीन सचिवालय की साइट, वृन्दावन योजना स्थित हिमालयन इन्क्लेव साइट एवं अवध विहार योजना की साइट पर मध्यान्ह भोजन का वितरण प्रारम्भ किया जायेगा। यह योजना लखनऊ शहर में पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में आरम्भ की जा रही है, जिसमें पंजीकृत निर्माण श्रमिकों को मात्र 10 रु0 के कूपन पर भोजन उपलब्ध कराया जायेगा।
मध्यान्ह भोजन में श्रमिकों की इच्छानुसार दो तरह का भोजन उन्हें वितरित किया जायेगा। पहले नम्बर के मेन्यू में उन्हें 6 रोटियां, तरल सब्जी, सूखी सब्जी, गुड़, सलाद, अचार तथा हरी मिर्च रखा गया है। दूसरे प्रकार के मेन्यू में चावल, सूखी सब्जी, दाल, गुड़, सलाद, अचार तथा हरी मिर्च उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होंने बताया कि यह भोजन एल्युमिनियम पैक में दिया जायेगा ताकि श्रमिकों को गरम एवं ताजा खाना उपलब्ध हो सके। श्रमिको को एक दिन पहले अगले दिन के भोजन के लिए 10 रुपये जमा करने होंगे। उन्होंने बताया कि भोजन वितरण स्थल पर कार्यदायी संस्था द्वारा डस्टबिन तथा उसके डिस्पोजल की व्यवस्था की जायेगी। लखनऊ में यह योजना मार्च अन्त तक शुरू हो जायेगी। यहाँ की सफलता के बाद इसे प्रदेश के अन्य जनपदों में क्रियान्वित कराया जायेगा।