पुलिसवाली का मातृत्व नवजात बच्ची को अपना दूध पिलाकर दी जान

पुलिसवाली का मातृत्व जाग गया और इस पुलिस वाली ने मां के दिल के साथ निभायी अपनी ड्यूटी। जी हां! कोलम्बिया में महिला पुलिस अधिकारी को एक लावारिस बच्ची को ड्यूटी की सीमाओं से परे जाकर अपना दूध पिलाकर जान बचाने का श्रेय हासिल हुआ है।
इस पुलिस अधिकारी का नाम लूसिया फर्नांडा उर्रेआ है जिसने नई मां होने का गौरव हासिल किया है। वह कोलम्बिया के सुदूरवर्ती जंगल में थी जब उसने बच्ची को पाया।
बच्ची भूख से तड़प रही थी और उसका तापमान तेजी से गिर रहा था। उसे हाईपोथरमिया होने का खतरा था। पुलिस अधिकारी ने एम्बुलेंस को बुलाया लेकिन उसे आने में वक्त लग रहा था तो उस पुलिसवाली का मातृत्व जाग उठा उसने खुद ही बच्ची को अपना दूध पिलाना शुरू कर दिया।
पुलिसवाली का मातृत्व बना मिसाल
आदर्श स्थापित करने वाली लूसिका का कहना है कि मै एक नयी मां हूं। मेरे पास दूध है। मैने बच्ची को जरूरत को महसूस किया कि प्रकृति की इस मासूम कृति को इसकी जरूरत है। उसने कहा कि मेरी जगह कोई भी महिला होती तो इन हालात में वह यही करती। एडीनोरा जिमेंज जिसे यह बच्ची मिली उसका कहना है कि वह संतरे बीन रही थी जब उसे किसी के रोने की आवाज सुनायी दी। पहले उसने सोचा कि बिल्ली रो रही होगी। फिर उसने नजदीक जाकर देखा कि वह एक नवजात बच्ची है।
स्थानीय पुलिस कमांडर जाविर मार्टिन ने कहा कि बच्ची इतनी नवजात थी कि उसका नाल भी नहीं कटा था। उसके शरीर पर एक गहरा घाव था। और वह हाइपोथरमिया की ओर तेजी से बढ़ रही थी। हालांकि उसका शीघ्रता से उपचार किया गया और अब वह स्वस्थ है। बच्ची की देखभाल कोलम्बिया इंस्टीट्यूट ऑफ फैमिली वेलफेयर कर रहा है और वह उसको गोद लेने वाले अभिभावक की तलाश कर रहा है।
अनाथालय की निदेशक एर्ले मुरिलो ने बताया कि हम इस मामले को मानव वध के प्रयास के रूप में देख रहे हैं। हालांकि यह अभियोजक पर निर्भर है जो आरोपो का निर्धारण करेगा।