बच्चाबाज़ी… लड़कियों के कपड़े पहन नाचते हैं लड़के, मर्दों को करते हैं खुश

बच्चाबाज़ी। यह शब्द सुनकर लगता है कि बच्चाबाज़ी एक खेल है, जिसमें बच्चों की जरूरत होती है। लेकिन यह सिर्फ एक खेल नहीं है। बच्चाबाज़ी अफगानिस्तान का एक बेहद घिनौना खेल है। इसमें मासूम लड़कों को लड़कियों के कपड़े पहनकर अधेड़ मर्दों के सामने नचाया जाता है। ये मर्द नाच-गाने के बाद इन लड़कों का शारीरिक शोषण करते हैं। बच्चाबाजी में शामिल इन लड़कों की जिंदगी किसी नर्क से कम नहीं होती।

बच्चाबाज़ी का काला सच
अधेड़ मर्दों को खुश करने के लिए नाचने वाले इन लड़कों को ‘बच्चा बेरीश’ जाता है। ‘बच्चा बेरीश’ का कोई परिवार नहीं होता। दरअसल बच्चों को अगवा करके इस गंदे खेल में डाल दिया जाता है। इसके बाद इन्हें न इनका परिवार अपनाता है, न समाज। इन बच्चों को कलंक मान लिया जाता है। इसी वजह से बच्चाबाज़ी में आने के बाद इन लड़कों की जिंदगी नर्क बन जाती है। उन्हें हमेशा इसी खेल के सहारे जिंदगी जीनी पड़ती है।
बच्चाबाज़ी के ज़ख्म
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक इन बच्चों को अफगान सरदारों की खिदमत के लिए रखा जाता है। सरदारों का इन बच्चों पर हर तरह का हक होता है। बड़े होने के बाद भी ये लड़के इन्हीं हालात में रहते हैं। उन्हें लड़कियों के कपड़े पहनकर नाचना-गाना होता है। कभी यह खेल सिर्फ मर्दों के मनोरंजन के लिए होते है लेकिन अब इसमें बच्चों का शारीरिक शोषण तेजी से बढ़ गया है। बच्चाबाज़ी में अधेड़ उम्र के लोग यौन संतुष्टि के लिए आते हैं।
अफगानिस्तान में इन दिनों ‘बच्चाबाज़ी’ प्रथा जोरों पर है। हालांकि इसे लागू करने वाले दरअसल तालिबानी हैं। तालिबानी खानाबदोश इन बच्चों काे अगवा कर अपने साथ ले जाते हैं और इन्हें बच्चाबाज़ी की दुनिया में ढकेल देते हैं। गरीब और अशिक्षा की दर अधिक होने के कारण अफगानिस्तान में ‘बच्चाबाज़ी’ को खत्म करने में काफी दिक्कतें आ रही हैं। युवा लड़के इस खेल में आने के बाद सेक्स स्लेवरी की दुनिया में आने को मजबूर हो रहे हैं।