मैक्सवेल के सिडनी वनडे में खेलने पर संदेह, कैनबरा में लगी थी चोट

सिडनी। ऑस्ट्रेलिया के विस्फोटक बल्लेबाज ग्लेन मैक्सवेल के सिड़नी वनडे खेलने पर संदेह है। भारत के खिलाफ कैनबरा में 20 गेंदों पर 41 रन बनाने वाले मैक्सवेल को पारी के दौरान ईशांत शर्मा की गेंद पर घुटने में चोट लगी थी। इसके बाद से बताया जा रहा है कि मैक्सवेल को अभी तक घुटने में दर्द की शिकायत है।
मैक्सवेल के खेलने पर अभी सस्पेंस बरकरार
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के बयान के मुताबिक अगले 48 घंटों में मैक्सवेल की चोट के बारे में फीज़ियो सही जांच करके फैसला करेंगे। वहीं इससे पहले कैनबरा में ऑस्ट्रेलिया की फील्डिंग के दौरान उन्होंने एक ओवर गेंदबाजी की थी, लेकिन दर्द इतना ज्यादा था कि वो मैदान के बाहर चले गए और शॉन मार्श को उनकी जगह फील्डिंग करनी पड़ी।
बताया जा रहा है कि अभी भी उन्हें घुटने के आस पास थोड़ा दर्द है। ऑस्ट्रेलियाई टीम सीरीज पहले ही जीत चुकी है इसलिए टीम उन्हें आखिरी मैच में आराम दे सकती है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सीरीज का आखिरी वनडे मैच सिडनी में शनिवार को खेला जाना है और ऑस्ट्रेलिया की टीम इस वक्त सीरीज में 4-0 से आगे है।
कैनबरा की हार पर क्या बोले धोनी
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे वनडे मैच में बल्लेबाजी क्रम के ध्वस्त होने की पूरी जिम्मेदारी लेते हुए भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि शिखर धवन और विराट कोहली के शतक के बाद उन्हें टीम को लक्ष्य तक पहुंचाना चाहिए था। मनुका ओवल में 349 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम एक समय एक विकेट पर 277 रन बनाकर काफी अच्छी स्थिति में थी लेकिन इसके बाद उसने 46 रन पर नौ विकेट गंवाए जिससे पूरी टीम 49.2 ओवर में 323 रन पर ढेर हो गई।
भारत ने मैच 25 रन से गंवाया और सीरीज में 0-4 से पिछड़ रहा है जिससे धोनी निराश हैं। धोनी ने कहा कि वह नाराज नहीं हैं, वह निराश हैं। यह ऐसा मैच था जिसमें सभी को बेहतर बल्लेबाजी करनी चाहिए थी। उन्होंने हार की पूरी जिम्मेदारी ली। उन्होंने कहा कि उन्हें पारी को आगे बढ़ाना चाहिए था लेकिन वह आउट हो गए। युवा खिलाडियों पर कुछ दबाव था। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट दबाव का खेल है, आपको सही शॉट के बारे में सोचना होता है।
धवन (126) और कोहली (106) ने दूसरे विकेट के लिए 212 रन की साझेदारी करके मेजबान टीम को बैकफुट पर डाल दिया लेकिन केन रिचर्डसन ने पांच विकेट चटकाकर भारतीय बल्लेबाजी क्रम को ध्वस्त किया। धोनी ने धवन और कोहली की तारीफ करने के अलावा अनुभवहीन गेंदबाजी आक्रमण का बचाव भी किया।
धोनी ने कहा कि रोहित ने शिखर के साथ काफी अच्छी बल्लेबाजी की। धवन और कोहली ने बेजोड़ बल्लेबाजी की। पिछले पांच साल में स्पिनरों के अलावा हमारा गेंदबाजी आक्रमण तय नहीं है। जिसके कारण कुछ अधिक रन दे दिए जाते हैं।