देहरादून। मसूरी के विधायक की बेटी ने अपने परिवार को जान का खतरा होने की बात कही है। शक्तिमान मामले में फंसे बीजेपी विधायक गणेश जोशी की बेटी नेहा ने उनके घर पर पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम करने की मांग भी की है। नेहा ने मीडिया से बातचीत में अपना पक्ष रखा। बता दें कि विधानसभा प्रदर्शन के दौरान पुलिस के घोड़े शक्तिमान की टांग तोड़ने के आरोपी मसूरी से बीजेपी विधायक गणेश जोशी और बीजेपी कार्यकर्ता प्रमोद बोरा की जिला और सत्र न्यायालय ने जमानत याचिका मंजूर कर ली है। कोर्ट ने दोनों को सशर्त रिहा करने के आदेश भी दिए हैं।
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विधायक की बेटी ने मीडिया में रखा अपना पक्ष
शाम छह बजे तक जमानत आदेश जेल पहुंचने के बाद विधायक जोशी और बोरा को रिहा भी कर दिया गया। पिता की रिहाई के बाद विधायक की बेटी नेहा ने सुरक्षा की मांग की है। उन्होंने अपने पिता और पूरे परिवार की जान को खतरा बताया है। शक्तिमान को घायल करने के मामले में विधायक जोशी और अन्य के खिलाफ राजधानी की नेहरू कालोनी थाना पुलिस ने 14 मार्च को पशु क्रूरता निवारण अधिनियम समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था।
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निचली अदालत से खारिज हुई थी बेल एप्लीकेशन
बीती 19 मार्च को निचली अदालत ने जोशी और अन्य की जमानत याचिका खारिज कर दी थी। जिसके बाद विधायक की ओर से जिला और सत्र न्यायालय में जमानत याचिका दाखिल की गई थी। जमानत पर हुई सुनवाई के दौरान जोशी के अधिवक्ता ने कहा कि पुलिस ने विधायक के खिलाफ पहले जमानती धाराओं में मुकदमा दर्ज किया, लेकिन बाद में बेवजह कुछ धाराएं बढ़ाईं। उन्होंने कहा कि पुलिस विधायक को सत्तापक्ष के दबाव में सियासी रंजिश के तहत फंसा रही है। वहीं आरोपी प्रमोद बोरा के वकील ने कहा कि पुलिस ने धारा 144 का उल्लंघन किया है। अभियोजन की ओर से विधायक और बीजेपी कार्यकर्ता की जमानत का विरोध किया गया। काफी लंबी बहस और दोनों पक्षों को सुनने के बाद कोर्ट ने 25-25 हजार की जमानत और मुचलकों पर दोनों की रिहाई के आदेश दिए।