वूमेन पावर लाइन के इंचार्ज कर रहे थे छात्रा से चैट, हटाए गए

लखनऊ। वूमेन पावर लाइन के इंचार्ज को छात्रा का उत्पीड़न करने के आरोप में हटा दिया गया है। महिलाओं के उत्पीड़न को रोकने के लिए बनी हेल्पलाइन वूमेन पावर लाइन 1090 के प्रभारी कुंवर राघवेन्द्र प्रताप सिंह को उनके मूल विभाग रेडियो मुख्यालय भेज दिया गया है। आईजी वूमेन पावर लाइन नवनीत सिकेरा को पूरे मामले की जांच दी गई है। शासन ने जांच पूरी कर रिपोर्ट मांगी है।
वूमेन पावर लाइन के प्रभारी व्हाटसएप पर करते थे चैट
वूमेन पावर लाइन में हुई इस घटना को प्रदेश सरकार ने गम्भीरता से लिया है। राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि शासन ने 1090 के प्रभारी कुंवर राघवेन्द्र प्रताप सिंह को वुमेन पावर लाइन से तात्कालिक प्रभाव से हटाते हुये उनके मूल विभाग रेडियो मुख्यालय वापस भेजने के निर्देश दिये है।
उल्लेखनीय है कि मीडिया में 1090 के प्रभारी पर एक छात्रा द्वारा लगाये गये आरोपो से संबंधित समाचार के प्रकाशन के बाद राज्य सरकार द्वारा कड़ी कार्यवाही की गयी है। इस प्रकरण में प्रथम दृष्टया मिली जानकारी के अनुसार 1090 के प्रभारी द्वारा अपने निजी नम्बर का प्रयोग व्हाट्स एप पर चैट करने के लिये किया गया। पुलिस महानिरीक्षक वुमेन पावर लाइन नवनीत सिकेरा को इस पूरे मामले की जांच कर शासन को रिपोर्ट सौंपने के भी निर्देश दिये गये हैं
व्यक्तिगत नंबरों से कॉल पर मनाही थी
राज्य सरकार के प्रवक्ता ने वुमेन पावर लाइन की कार्यप्रणाली की जानकारी देते हुये बताया कि वहां से किसी भी पीड़िता या आरोपी से तैनात कर्मी कभी भी अपने व्यक्तिगत नम्बरो से कॉल नहीं कर सकते है क्योंकि 1090 एक सरकारी व्यवस्था है। प्रवक्ता ने बताया कि 1090 पर की गयी कॉल अथवा वहां से दिये जाने वाले उत्तर आदि सभी कॉलो की रिकार्डिंग होती है, क्योंकि वहां से की जाने वाली सारी बातचीत सरकारी होती है और वह किसी भी प्रकार से निजी नहीं होती है।