चाल सियासी है, केजरीवाल से निपटने की तैयारी है

नई दिल्ली। शिवानंद झा मोदी सरकार का अरविंद केजरीवाल सरकार के खिलाफ नया दांव होगा। शिवानंद झा गुजरात कैडर के आईपीएस है जिनको जल्दी ही दिल्ली का नया पुलिस कमिश्नर बनाया जा सकता है। झा अगले महीने रिटायर होने जा रहे बीएस बस्सी की जगह लेंगे। मोदी सरकार के इस फैसले का केजरीवाल सरकार की तरफ से विरोध तय माना जा रहा है। हालांकि अभी इस बारे में कोई औपचारिक घोषणा नहीं हुई है। केंद्र सरकार के अनुसार दिल्ली का अगला सीपी गुजरात से हो सकता है। इसमें अहमदाबाद के वर्तमान पुलिस कमिश्नर शिवानंद झा का नाम सबसे आगे है। दिल्ली पुलिस और केजरीवाल में काफी रस्साकशी है ऐसे में यदि मोदी अपने खास को दिल्ली लाते हैं तो दोनों सरकारों के बीच विरोध के सुर और तेज हो सकते हैं। दिल्ली के पुलिस कमिश्मर बीएस बस्सी अगले महीने ही रिटायर हो रहे हैं।
शिवानंद झा सीधे पीएमओ को रिपोर्ट करेंगे
मोदी के करीबी माने जाने वाले शिवानंद झा 1983 बैच के गुजरात कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं। झा 2002 में गुजरात दंगों पर सुप्रीम कोर्ट की ओर से बनाई गई एसआईटी में भी शामिल थे। बाद में उन्हें वहां से हटा दिया गया था। अब चर्चा है कि उन्हें दिल्ली लाया जा सकता है। यह भी कहा जा रहा है कि यदि शिवानंद झा को दिल्ली लाया जाता है तो वे सीधी पीएमओ को ही रिपोर्ट करेंगे। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए भी यह अच्छी खबर नहीं होगी। दिल्ली को अभी पूर्ण राज्य का दर्जा नहीं मिला है पुलिस समेत कई विभाग अभी भी केंद्र सरकार के तहत ही आते हैं।
कई और नाम भी शामिल
सूत्रों की मानें तो दिल्ली पुलिस कमिश्नर की दौड़ में स्पेशल सीपी (लॉ एंड ऑर्डर) दीपक मिश्रा और डीजी तिहाड़ आलोक वर्मा का भी नाम चर्चा में है। वर्मा एजीएमयूटी कैडर के सबसे वरिष्ठ और 1979 बैच के आईपीएस अफसर हैं। उन्हें डीजी बीएसएफ देवेंद्र कुमार पाठक या फिर डीजी सीआरपीएफ प्रकाश मिश्रा की जगह जिम्मेदारी दी जा सकती है। दोनों अफसरों का कार्यकाल फरवरी में खत्म हो रहा है। दिल्ली पुलिस में स्पेशल यूनिट के स्पेशल सीपी धर्मेंद्र कुमार को नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो का प्रमुख बनाए जाने की चर्चा है।
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