भारत आकर लापता हो गए 100 से ज्यादा सीरियाई नागरिक

नई दिल्ली। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की मुसीबत उन सीरियाई नागरिकों ने बढ़ा दी है जो पिछले साल सीरिया से हिन्दुस्तान आए और लापता हो गए हैं। इस लोगों की वीजा अवधि खत्म हुए अरसा हो चुका है। फिलहाल सुरक्षा एजेंसियां इन सीरियाई नागरिकों की तलाश में जुट गई हैं।
सीरियाई नागरिकों की तलाश
एक अंग्रेजी दैनिक के मुताबिक सीरिया से जुड़े आईएस के खतरे को देखते हुए इन सीरियाई नागरिकों को खोजना जरूरी हो गया है। केंद्रीय जांच एजेंसियों के पास ऐसे 100 लोगों की लिस्ट है जो पिछले साल सीरिया से उस वक्त भारत आए जब आईएस की हरकते चरम पर थी। एसेंसियों को शक है कि इनमें से कुछ लोग आईएस के हो सकते हैं।
सरकारी सूत्रों की माने तो इनमें से कई लोगों की तलाश हो चुकी है जो वीजा खत्म होने के बाद भी देश में रह रहे थे। सीरियाई नागरिकों ने इलाज, ट्रांजिट और पर्यटन के नाम पर ये वीजा हासिल किए थे। इनकी अवधि 6 महीने की थी। सुरक्षा एजेंसियां इनको कानूनी कदम उठाते हुए इन लोगों को वापस भेजना चाहती हैं।
कई राज्य सरकारों समेत दिल्ली पुलिस को भी सीरियाई नागरिकों की लिस्ट दी गई है। इसमें कई महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं जो इस दौरान दिल्ली में रुके। हालांकि सुरक्षा एजेंसियों ने ये साफ कर दिया कि इन लोगों के आईएस से रिश्ते हैं इस बात की गुंजाइश कम है लेकिन भारत पर आईएस के खतरे को देखते हुए इनका पता लगाना जरूरी है।
भारत में सीरिया के राजदूत रिआद कामिल अब्बास का कहना है कि कुछ लोग सीरिया में हो रही हिंसा के बाद संयुक्त राष्ट्र प्रावधानों के तहत भारत में शरणार्थी बनना चाहते हैं। कुछ रिपोर्ट्स के आधार पर उन्होंने ये भी कहा कि इनमें से कुछ लोगों आतंकी संगठनों से जुड़े हो सकते हैं।
सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक जिन सीरियाई नागरिकों का भारत में प्रवेश हुआ वो कम उम्र के हैं और अलग-अलग तारीखों में इनका आगमन हुआ। इनमें से कुछेक इलाज के लिए परिवार समेत आए थे जबकि कुछ घूमने के लिए आए थे। इस लिस्ट के अनुसार सीरिया के लोग दिल्ली के अलावा मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद और चेन्नई जैसे शहरों में आए।