सीरिया हमला : तीन देशों ने मिलकर दागी 105 मिसाइलें, 18 महीने से चल रही थी तैयारी, ट्रंप बोले- मिशन पूरा हुआ

वाशिंगटन| अमेरिकी रक्षा विभाग का कहना है कि अमेरिका के नेतृत्व में संयुक्त कार्रवाई के तहत सीरिया के सभी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर हवाई हमले किए गए। पेंटागन की प्रवक्ता डाना व्हाइट और अमेरिकी नौसेना के लेफ्टिनेंट जनरल कीनीथ एफ.मैक्केनजी जूनियर ने अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस की शनिवार तड़के की संयुक्त कार्रवाई के बारे में जानकारी दी। रासायनिक हथियारों के भंडारों को नष्ट करने के लिए कुल 105 मिसाइल दागी गई। हमले के बाद ट्रंप ने कहा, तीन साथी देशों ने बर्बरता और क्रूरता के खिलाफ कदम उठाया है। ट्वीट कर जानकारी दी गई कि मिशन पूरा हुआ।
A perfectly executed strike last night. Thank you to France and the United Kingdom for their wisdom and the power of their fine Military. Could not have had a better result. Mission Accomplished!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) April 14, 2018
व्हाइट ने कहा, “यह अभियान पूरी तरह से व्यवस्थित था। हमने सफलतापूर्व सभी ठिकानों को निशाना बनाकर हमले किए।”
व्हाइट ने कहा, “इस ऑपरेशन अमेरिकी नीति में बदलाव की वजह से नहीं हुआ है और न ही इसका उद्देश्य सीरियाई सरकार का सत्ता से उखाड़ फेंकना है बल्कि यह हवाई हमले सीरियाई सरकार द्वारा अपने ही लोगों पर रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल के खिलाफ उठाया गया न्यायोचित, वैध और उपयुक्त जवाब है।”
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत निक्की हेली ने रविवार को कहा कि अगर सीरिया फिर से रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल करता है तो अमेरिका प्रतिक्रिया के लिए पूरी तरह तैयार है। अमेरिका , ब्रिटेन और फ्रांस ने सीरिया में रासायनिक हथियारों के ठिकानों को निशाना बनाकर हमले किए हैं। यह कार्रवाई पिछले सप्ताह दूमा शहर में संदिग्ध रासायनिक हमले की प्रतिक्रिया में की गई है।
अमेरिकी सेना ने कहा कि जिन जगहों को निशाना बनाया गया उनमें दमिश्क इलाके में एक साइंटिफिक रिसर्च सेंटर, होम्स शहर के पश्चिम में मौजूद एक कैमिकल वेपन स्टोरेज सेंटर और होम्स के ही पास वह जगह शामिल है जहां एक कमान पोस्ट और कैमिकल वीपन इक्विपमेंट स्टोरेज दोनों थे।