अब राजधानी में नहीं खाने पड़ेगे स्पीड ब्रेकर के झटके

लखनऊ। अब आपको लखनऊ की सड़को में स्पीड ब्रेकर के झटके नहीं खाने पड़ेगे। राजधानी में महत्वपूर्ण और व्यस्त सड़कों पर वाहनों की गति को नियंत्रित करने के लिए लगाए गए फाइबर के (विद स्पीड टेबल) स्पीड ब्रेकरों का हटाया जाएगा। इनके स्थान पर अब धातु और कंक्रीट के ब्रेकर बनाए जाएंगे। फाइबर के इन ब्रेकरों की वजह से हो रही असुविधा, दुर्घटना की संभावना और स्वास्थ्य कारणों को देखते हुए जिलाधिकारी ने यह निर्णय लिया है। जिलाधिकारी राजशेखर ने बताया कि वाहन चालकों की सुविधा व सुरक्षा की दृष्टि से ऐसा किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि फाइबर की वजह से देखने में आया है कि मोटर साइकिलों के फिसलने की संभावना बनी रहती है। इनसे निकलते समय जरा सी भी चूक से बड़ा हादसा हो सकता है।
स्पीड ब्रेकर से सवारियों को होती है दिक्कत
फाइबर के स्पीड ब्रेकर पार करते समय मोटर साइकिल सवारों को ही नहीं ऑटो रिक्शा, ई-रिक्शा, जीप व बस पर बैठी सवारियों को बहुत शारीरिक कष्ट से गुजरना पड़ता है। हड्डी के रोगियों और वृद्ध सवारियों को फाइबर ब्रेकरों से गुजरने पर काफी पीड़ा का सामना भी करना पड़ता है।
स्पीड ब्रेकर 15 फरवरी तक हटेंगे
शहर की सभी अति महत्वपूर्ण सड़कों से 15 फरवरी तक फाइबर के स्पीड ब्रेकर हटा दिए जाएंगे। जिलाधिकारी ने पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता को यह निर्देश देते हुए फाइबर के स्पीड ब्रेकरों के स्थान पर इंडियन रोड कांग्रेस के मानकों के अनुसार धातु (मेटैलिक) व कंक्रीट के स्पीड ब्रेकर बनाए जाने को कहा है।
इसलिए लगाए थे यह स्पीड ब्रेकर
पीडब्ल्यूडी ने कुछ समय पहले ही शहर में यह स्पीड टेबल वाले स्पीड ब्रेकर लगाए थे। पीडब्ल्यूडी के एग्जिक्यूटिव इंजीनियर राजीव यादव ने बताया कि साधारण डामर वाले स्पीड ब्रेकर दूर से दिखाई नहीं देते थे, जिससे दुर्घटनाएं ज्यादा होती थीं। उनके ऊपर पेंट करने पर कुछ दिनों बाद पेंट मिट जाता था। इसलिए यह स्पीड ब्रेकर बनाए गए थे, लेकिन अब डीएम का आदेश है तो इन्हें हटाकर वापस साधारण डामर वाले स्पीड ब्रेकर बनाए जाएंगे।