स्वामी विवेकानंद के ये दस अनमोल वचन आपको याद हैं?

लखनऊ। किसी इंसान के वचन क्या डेढ़ सौ साल बाद भी आपको बदल सकते हैं। आपके भीतर वो ऊर्जा पैदा कर सकते हैं, जो कुछ भी कर गुजरने की ताकत दे जाए। भारत में डेढ़ सौ साल पहले एक ऐसा ही इंसान पैदा हुआ था।

स्वामी विवेकानंद की 153वीं जयंती अाज
12 जनवरी 1863 को कोलकाता में जन्मे स्वामी विवेकानंद की आज 153 वीं जयंती है। विवेकानंद की जयंती को देशभर में राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। विवेकानंद आज भी युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं। यकीन न आए तो उनके ये दस विचार पढि़ए। आपको अपने भीतर एक नई ऊर्जा की अनुभूति होगी।
1. उठो, जागो और तब तक मत रुको, जब तक लक्ष्य की प्राप्ति ना हो जाए।
2. इंसान, ईश्वर में तब तक विश्वास नहीं कर सकता, जब तक उसे खुद पर विश्वास ना हो।
3. अगर आप जीते तो आप संचालन करेंगे और अगर हारे तो मार्गदर्शन। इसलिए सुरक्षित राह पर चलने से बेहतर जोखिम भरा सफर होगा।
4. शक्ति ही जीवन है, क्योंकि कमजोरी तो मृत्यु समान है।
5. ऐसा कोई कार्य नहीं है जो इंसान न कर सके क्योंकि सारा सामर्थ्य और ऊर्जा हमारे अंदर है। आप कुछ भी और सबकुछ कर सकते हैं।
6. दिन में एक बार स्वंय से बात करें, अन्यथा आप एक बेहतरीन इंसान से मिलने का मौका चूक जाएंगे।
7. व्यक्ति को जीवन की हर परिस्थिति में हमेशा नायक बनना चाहिए और बिना डरे अच्छी-बुरी हर स्थिति का सामना करना चाहिए।
8. एक बार में सिर्फ एक ही काम करें और उस एक काम में अपनी पूरी बुद्धि और आत्मा लगा दें।
9. हम वही बनते हैं जो हमारे विचारों ने हमें बनाया है, इसलिए आप क्या सोचते हैं इस बात का ख्याल रखें।
10. तुम्हें अंदर से विकसित होने की आवश्यकता है। आपकी अपनी आत्मा से बड़ा शिक्षक कोई और नहीं है।