सलविंदर सिंह अब उगलेंगे पठानकोट हमले के राज

पंजाब पुलिस के एसपी सलविंदर सिंह अब हर वो राज उगलेंगे, जो उन्होंने एनअाईए से छुपाए हैं। एक स्थानीय अदालत ने सोमवार को पंजाब पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी सलविंदर सिंह पर लाई-डिटेक्टर परीक्षण करने की इजाजत दे दी। पठानकोट आतंकवादी हमला मामले में सलविंदर सिंह बार-बार अपना बयान बदलते रहे हैं। इसीलिए एनआईए ने उनका लाई डिटेक्टर टेस्ट करने की अनुमति मांगी थी। इस परीक्षण के जरिए झूठ पकड़ा जाता है।
सलविंदर सिंह पर गहराता शक
अदालत ने एजेंसी को तीन दिन के भीतर लाई-डिटेक्टर परीक्षण कराने का निर्देश दिया। सलविंदर सिंह को पंजाब सशस्त्र पुलिस की 75वीं बटालियन में सहायक कमांडेंट की कमान सौंपी गई थी। जनवरी की शुरुआत में पठानकोट हमले से पहले ही गुरदासपुर के पुलिस अधीक्षक रहे सलविंदर का तबादला कर दिया गया था, लेकिन इसके बाद भी वह गुरदासपुर में जमे थे।
सलविंदर ने कहा था कि 31 दिसंबर और एक जनवरी की दरमियानी रात को पठानकोट वायु सेना स्टेशन में घुसने से पहले आतंकवादियों ने उनकी कार का अपहरण कर लिया था। उन्होंने दावा किया था कि आतंकवादियों ने उनका अपहरण कर लिया था और बाद में छोड़ दिया क्योंकि वे उन्हें पहचाने नहीं थे। लेकिन कार में सवार सलविंदर के दोस्त राजेश और रसोइए के बयान उनसे अलग था। इसके बाद से ही एनआईए का सलविंदर पर शक गहराता गया।