22 साल का लड़का निकला किडनी गैंग का मास्टरमाइंड

हैदराबाद। तेलंगाना के नालगोंडा से पुलिस ने एक अंतरराष्ट्रीय किडनी रैकेट का खुलासा किया है। इस रैकेट का सरगना कोई पुरुष नहीं बल्कि 22 साल का एक लड़का है। पुलिस का कहना है कि यह लड़का इस रैकेट से विदेशों से अच्छी खासी कमाई करता था।
सोशल मीडिया को बनाया हथियार
पुलिस ने बताया कि 22 साल का यह लड़का विदेशों से एक किडनी के नाम पर 20 लाख रुपए तक की कमाई कर रहा था। उसने सोशल मीडिया के जरिए यह जाल बिछाया था। आरोपी होटल मैनेजमेंट का कोर्स कर चुका है।
अपनी किडनी को बेचने का आया इरादा
आरोपी को अपनी किडनी पांच लाख में बेचने के बाद यह आइडिया आया था। वह इसके लिए कोलंबो गया और किडनी ट्रांसप्लांट कराई। इसके बाद उसने इसको अपना धंधा बना लिया और लोगों को बेवकूफ बनाकर विदेशों में बसे क्लाइंट के पास भेजता था। इसके बदले में उसे 20 से 27 लाख रुपये मिलते थे और किडनी देने वालों को भी पांच लाख मिलते थे।
मिले रुपयों से की ऐश
किडनी बेच कर कमाए लाखों रुपयों से वह काफी ऐश कर रहा था। हर किडनी पर उसे कम से कम 15 से 20 लाख का फायदा होता था। पुलिस के पास अबतक 15 लोगों की जानकारी आ चुकी है जिनकी किडनी उसने बेची हैं। यह संख्या बढ़ने की उम्मीद है। इससे होने वाला मुनाफा करोड़ों में है। खबर मिली है कि कोलंबो के अस्पतालों में उसके लिंक थे। इसके साथ ही तेलंगाना, गुजरात और मध्यप्रदेश से वह मानव तस्करों के जरिए लोगों को ले जाता था। इस गिरोह के साथ तीन कोलंबो के अस्पतालों के मिलीभगत के सबूत मिले हैं। उसके कुछ और साथियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस जांच में लगी है।