नमाज रोकने वाले युवकों के खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर, तो प्रदर्शनकारियों ने निकाला मार्च

गुरुग्राम| हरियाणा की ‘साइबर सिटी’ के सेक्टर-53 के एक मैदान में बीते दिनों जिन छह युवकों ने मुस्लिम समुदाय के लोगों को नमाज पढने से रोका था, पुलिस ने उन सभी युवकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। हालांकि यह एफआईआर संयुक्त हिंदू संघर्ष समिति को बिल्कुल भी रास नहीं आई है। एफआईआर के खिलाफ इस समिति के तत्वावधान में सोमवार को प्रदर्शन किया गया।
प्रदर्शनकारी कमला नेहरू पार्क के पास एकत्रित हुए और मिनी सचिवालय तक मार्च निकाला। प्रदर्शनकारियों ने सचिवालय में अतिरिक्त उपायुक्त को ज्ञापन दिया और इसे मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर तक पहुंचाने का अनुरोध किया।
एफआईआर अरुण, मनीष, दीपक, मोहित, रविंदर और मोनू के खिलाफ दर्ज किया गया था। इन पर धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने, धार्मिक अनुष्ठान में व्यवधान उत्पन्न करने और आपराधिक धमकी देने का आरोप है। इस मामले की शिकायत वाजिद खान और नेहरू युवा संगठन व वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष हाजिद शहजाद खान ने की थी।
गुरुग्राम पुलिस ने कहा कि आरोपी वाजीराबाद और कन्हई गांव के हैं और इनका किसी दक्षिणपंथी संगठन से संबंध नहीं है।
सिविल न्यायाधीश नीतिका भारद्वाज ने रविवार को इन आरोपियों को तकनीकी आधार पर रिहा कर दिया था और कहा था कि पुलिस ने इन लोगों को गिरफ्तार करने से पहले समुचित प्रक्रिया का पालन नहीं किया। अदालत ने कहा कि अधिकारियों को सरकारी जमीन पर नमाज की इजाजत नहीं देनी चाहिए थी।
आपको बता दें कि बीते 20 अप्रैल को ‘जय श्रीराम’ का नारा लगाते कुछ युवकों ने नमाजियों को नमाज पढ़ने से रोका था और धमकाकर वहां से खदेड़ दिया था। इसका वीडियो वायरल होने पर छह युवकों की गिरफ्तारी हुई थी।