क्वाड के बाद जापानी और भारतीय विदेश मंत्री की बैठक, कई अहम दस्तावेजों पर हुए दस्तखत

नई दिल्लीः मंगलवार को जापान की राजधानी टोक्यो में आयोजित क्वाड की बैठक में कई अहम फैसले लिए गए। इसी कड़ी में एक नाम भारत-जापान के बीच हुए समझौते का भी है।
दरअसल क्वाड समूह की बैठक के बाद भारत-जापान ने दोनों देशों के बीच कुछ अहम दस्तावेजों को अतिंम रूप देकर दस्तखत कर दिया है। जिसके तहत दोनों देश 5जी टेक्नोलॉजी, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस सहित कुछ अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग करेंगे।
भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और उनके जापानी समकक्ष तोशिमित्सू मोतेगी ने बुधवार को टोक्यो में बैठक की। जिस दौरान हिंद-प्रशांत महासागर की पहल (IPOI) के लिए कनेक्टिविटी पिलर में जापान के शीर्ष भागीदार होने की बात कही गई है। इस बैठक की जानकारी खुद विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने ट्वीट कर साझा की है।
विदेश मंत्री ने ट्वीट करते हुए बताया कि, ‘भारत और जापान के विदेश मंत्रियों की 13वीं रणनीतिक वार्ता में विकास परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित करने के साथ थर्ल्ड वर्ल्ड कंट्री में दोनों देशों के सहयोग में और विस्तार लाने पर चर्चा की गई है। साथ ही डिजिटल प्रौद्योगिकी की बढ़ती भूमिका को देखते हुए दोनों ने मजबूत डिजिटल और साइबर सिस्टम की आवश्यकता समझी है और साइबर सुरक्षा समझौते को अंतिम रूप देने का स्वागत भी किया’।
IPOI भारत समर्थित फ्रेमवर्क है, जिसका उद्देश्य हिंद-प्रशांत क्षेत्र में एक सुरक्षित और समृद्ध समुद्री क्षेत्र बनाने के लिए सार्थक प्रयास करना है। हिंद-प्रशात समुद्री क्षेत्र में चीन के बढ़ते सैन्य विस्तार को काउंटर करने के लिए यह फ्रेमवर्क खासा अहम साबित हो सकता है।