सरकार के बाद अब RBI ने तोड़ी आम आदमी की कमर, बढ़ गया महंगाई का बोझ

नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अपनी रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोत्तरी की। इस कारण रेपो रेट 6.25 फीसदी हो गया है। बता दें मोदी सरकार में ऐसा पहली बार हुआ, जब रेपो रेट में इजाफा किया गया हो। रेपो रेट में बढ़ोत्तरी की वजह से अब आम आदमी की मुश्किलें थोड़ी और बढ़ने वाली हैं। ऐसे में होम लोन हो या व्यक्तिगत लोन इंटरेस्ट रेट पहले से ज्यादा देना होगा। वहीं ऑटो लोन के साथ अन्य किसी भी तरह के लोन पर पहले से अधिक ब्याज दर देनी पड़ेगी।
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बता दें रेपो रेट में बढ़ोतरी के बाद बैंक होम लोन और ऑटो लोन समेत अन्य के लिए ब्याज दर बढ़ा देते हैं। इस तरह आपके लिए बैंक से नया लोन लेना महंगा साबित हो सकता है।
खबरों के मुताबिक़ रेपो रेट में बढ़ोतरी के बाद बैंक भी होम लोन समेत अन्य लोन के लिए ब्याज दरों में बढ़ोतरी करना शुरू कर देंगे।
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वैसे भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक समेत अन्य पहले MCLR रेट में बढ़ोतरी करना शुरू कर चुके हैं।
ऐसे में लोगों की टेंशन इस बात को लेकर ज्यादा होगी कि इसका आपकी ईएमआई पर क्या असर पड़ेगा और कितना।
मान लीजिए आप ने किसी बैंक से 8.45 फीसदी की दर से 20 साल के लिए 30 लाख रुपये का लोन लिया है। इस हिसाब से आप मौजूदा समय में 25,940 रुपये की किश्त हर महीने भरते हैं।
रेपो रेट में बढ़ोतरी के बाद ब्याज दर 8.45 फीसदी से बढ़कर 8.70 फीसदी हो जाएगी। इस बदलाव के साथ आपके होम लोन की ईमएआई में हर महीने 476 रुपये की बढ़ोतरी होगी। इस बढ़ोतरी के साथ आपको 26,416 प्रति माह ईएमआई भरनी होगी।
भारतीय रिजर्व बैंक के रेपो रेट में बढ़ोतरी के बाद बैंक ब्याज दरों में बढ़ोतरी करना शुरू कर सकते हैं। अक्सर देखा गया है कि जब भी आरबीआई रेपो रेट में कटौती करता है, तो बैंक ब्याज दरें कम करने में वक्त लेते हैं। लेकिन जैसे ही रेट में बढ़ोतरी होती है, तो वे ब्याज दरों में भी बढ़ोतरी करना शुरू कर देते हैं।