अखिलेश ने कहा विपक्ष के नेताओं पर पाबंदी लगा रही सरकार


लखनऊ: हाथरस में मासूम बच्ची के साथ पहले रेप जैसे जघन्य अपराध को अंजाम दिया गया. उसके बाद प्रशासन ने मानवता की सारी दहलीजे लांघते हुए परिवार की मर्जी के बिना मासूम का अंतिम संस्कार कर दिया. प्रशासन के इस अमानवीय काम की जबरदस्त आलोचना हो रही है. विपक्षी दल प्रदेश सरकार और प्रशासन पर लगातार तानाशाही का आरोप लगा रहे है.
उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी सरकार की कड़ी निंदा करते हुए ट्वीट किया, उन्होंने लिखा कि ‘हाथरस में भाजपा सरकार सत्ता पक्ष के नेताओं के लिए कोई पाबंदी नहीं लगा रही है लेकिन जनता और विपक्ष को धारा 144 के नाम से बाधित कर रही है. मृतका के गाँव-क्षेत्र में सपा के नेता व कार्यकर्ता दो दिनों से अघोषित बंदी बना के रखे गये है. घोर निंदनीय!’.
हाथरस में भाजपा सरकार सत्ता पक्ष के नेताओं के लिए कोई पाबंदी नहीं लगा रही है लेकिन जनता और विपक्ष को धारा 144 के नाम से बाधित कर रही है. मृतका के गाँव-क्षेत्र में सपा के नेता व कार्यकर्ता दो दिनों से अघोषित बंदी बना के रखे गये है.
घोर निंदनीय! #Hathras#HathrasCase#NoMoreBJP pic.twitter.com/yMfY4mzOx6
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) October 1, 2020
हाथरस में लगातार बवाल मचा हुआ है. लोग सरकार और प्रशासन व्यवस्था पर ऊँगली उठा रहे है. माहौल काफी ख़राब है, प्रशासन ने 144 लगा दिया है. नेताओं के आने जाने पर भी रोक लगा दी गई है.
मासूम के साथ हुए हैवानियत के बाद जिस तरह प्रशासन का रवैया रहा है, वो काफी निंदनीय है. पहले रेप हुआ फिर रिपोर्ट लिखने के नाम पर इधर-उधर की बातें, और जब बच्ची ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया, तो जल्दबाजी में अंतिम संस्कार. जिस तरह से प्रशासन ने इस पूरे प्रकरण में फूर्ती दिखाई, उससे तो यही लगता है की सब गोल-माल है.
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