सैमसंग प्लांट परियोजना को अखिलेश यादव ने बताया अपना, BJP को कहा-कैंची वाली सरकार

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव यूपी में शुरू की जाने वाली तमाम परियोजनाओं को अपना कह चुके है। इसी कड़ी में इस बार भी उन्होंने नोएडा में सैमसंग प्लांट को उनके प्रयासों का नतीजा बताया है। आपको बता दें कि आज प्रधानमंत्री दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल फ़ोन उत्पादक प्लांट परियोजना का उद्घाटन नोएडा में करेंगे। इसका उद्घाटन करने खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन नोएडा आ रहे हैं।
इसी पर अखिलेश यादव ने ट्वीट किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि ‘प्रदेश में दुनिया का जो सबसे बड़ा मोबाइल फ़ोन उत्पादक प्लांट शुरू हो रहा है उसकी शुरुआत हमारी तरक़्क़ी की सोच ने 2016 में ही सैमसंग कम्पनी को हर अनुमति प्रदान कर ली थी।
इतना ही नहीं उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि वो दूसरे की कामों का श्रेय खुद लेती है और बीजेपी कैंची की सर्कार है। कहा, ‘ये ‘कैंचीवाली सरकार’ या तो कैंची से सामाजिक सौहार्द के धागे काट रही है या बस हमारे कामों के उद्घाटन के फ़ीते।’ अपनी बता को सही साबित करने के लिए अखिलेश ने अपना एक पुराने ट्वीट को रिट्वीट भी किया। इसमें वो सैंमसंग कंपनी के अधिकारियों के साथ दिख रहे हैं। साथ ही उन्होंने लिखा है, ‘हमारी औद्योगिक नीति के माध्यम से उत्तर प्रदेश में अपने प्लांट के विस्तार के लिए 2000 करोड़ रुपये के निवेश पर मैं सैमसंग को धन्यवाद देना चाहता हूं।
Would like to thank Samsung for their 2000 crore investment in UP for the expansion of their plant thru our Industrial Policy. pic.twitter.com/CdwQiYpwlC
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) October 17, 2016
आपको बता दें कि कोरियाई कंपनी का भारत में ये अब तक सबसे बड़ा निवेश है। जानकारी के मुताबिक, इस कामनी में पांच हजार करोड़ का निवेश किया गया है। सैमसंग की नई फ़ैक्टरी में सालाना 12 करोड़ मोबाइल फोन बनाने का लक्ष्य रखा गया है। साथ ही यूपी सरकार की तरफ से जीएसटी में भी छूट का वादा किया गया है।
उल्लेखनीय है कि नोएडा संयंत्र में विस्तार करने के लिए पिछले साल जून में दक्षिण कोरियाई कंपनी ने 4,915 करोड़ रुपये का निवेश करने की घोषणा की थी। अब एक साल बाद इस कंपनी में दोगुना उत्पादन होगा। भारत में कंपनी इस समय 6।7 करोड़ स्मार्टफोन बना रही है और इस नई यूनिट के शुरू हो जाने पर तकरीबन 12 करोड़ मोबाइल फोन बनाने की संभावना है।