UK: चमोली में टूटा ग्लेशियर, बड़ी संख्या में मजदूरों के बहने की आशंका
बताया जा रहा है कि इस तबाही से कई ग्रामीणों के घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। चमोली जिले के नदी किनारे की बस्तियों को पुलिस लाउडस्पीकर से अलर्ट कर रही है।

देहरादून: उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने की खबर सामने आ रही है। जिसकी वजह से धौली नदी में बाढ़ आ गई है। बता दें कि जिले के रेणी गांव के पास ग्लेशियर टूटा है। फिलहाल प्रशासन की टीम मौके के लिए रवाना हो चुकी है। बताया जा रहा है कि इस तबाही से कई ग्रामीणों के घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। चमोली जिले के नदी किनारे की बस्तियों को पुलिस लाउडस्पीकर से अलर्ट कर रही है। कर्णप्रयाग में अलकनंदा नदी किनारे बसे लोग मकान खाली करने में जुटे।

वहीं अपर जिलाधिकारी टिहरी शिव चरण द्विवेदी ने बताया कि धौली नदी में बाढ़ आने की सूचना मिलने के बाद जिले में अलर्ट जारी कर दिया गया है। इसके साथ ही हरिद्वार जिला प्रशासन ने भी अलर्ट जारी कर दिया है। सभी थानों और नदी किनारे बसी आबादी को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। ऋषिकेश में भी अलर्ट जारी किया गया है। नदी से बोट संचालन और राफ्टिंग संचालकों को तुरंत हटाने के निर्देश दिए गए हैं।
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बताया जा रहा है कि रविवार सुबह एवलांच के बाद चमोली जिले के अंर्तगत ऋषिगंगा नदी पर रैणी गांव में निर्माणाधीन 24 मेगावाट के हाइड्रो प्रोजेक्ट का बैराज टूट गया। बैराज टूटने के वजह से मलबा और पानी का तेज बहाव धौलीगंगा की तरफ बढ़ गया। वहीं नतीजतन रैणी से करीब 10 किमी दूर तपोवन में धौलीगंगा नदी पर निर्माणाधीन 520 मेगावाट की विद्युत परियोजना का बैराज भी टूट गया। दोनों प्रोजेक्ट पर काम कर रहे बड़ी संख्या में मजदूरों के बहने की सूचना है।
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मौके पर एनडीआरएफ की टीम घटना स्थल पर पहुंच चुकी है। वहीं इस घटना में जाल माल का बड़ी संख्या में नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है। इस घटना को लेकर प्रशासन अलर्ट हो चुका है।