भारत-चीनी सेना की एक और बैठक, क्या इन मोर्चो से पीछे हटेगा चीन ?
चीनी सेना ने अपने सारे सामान और आर्टिलेरी को भी हटा लिया है। ऐसे में आज शनिवार को एक और दौर की उच्च स्तरीय वार्ता की जा रही है।

नई दिल्ली: भारतीय सेना और चीनी सेना के बीच बीते साल से तनातनी चल रही है, जिसको लेकर कई बार दोनों देशो में बैठक भी हो चुकी है और 9 राउंड की बातचीत के बाद चीनी सेना पीछे भी हट चुकी है। साथ ही चीनी सेना ने अपने सारे सामान और आर्टिलेरी को भी हटा लिया था। ऐसे में आज शनिवार को एक और दौर की उच्च स्तरीय वार्ता की जा रही है, जिससे बचे हुए मुद्दों को लेकर भी बात साफ़ हो सके।
भारत-चीन के बीच आज फिर बातचीत
आज चल रही इस वार्ता का मकसद पूर्वी लद्दाख स्प्रिंग्स, गोगरा और देपसांग में भी चीन के सैनिकों को पीछे हटाना है। सूत्रों की माने तो आज भारतीय सेना ( Indian Army ) इस बैठक में फिंगर इलाके में पहले की तरह गश्त करने को लेकर जोर देने वाली है। आपको बतादें कि यह बैठक मोल्डो में हो रही है। इस बैठक का नेतृत्व भारतीय सेना ( Indian Army ) की तरफ से लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन ( Lt Gen PG K Menon ) कर रहे है। मेनन लेह स्थित 14वीं कोर के कमांडर ( Commander ) हैं। दूसरी और चीन की तरफ से नेतृत्व मेजर जनरल लिउ लिन ( Major General Liu Lin ) करने वाले हैं।
दोनों पक्ष पैगोंग झील के दक्षिणी तथा उत्तरी किनारों के क्षेत्रों से सैनिकों को एक समझौते के आधार पर पीछे हटा चुके हैं। पैगोंग झील के उत्तर तथा दक्षिणी किनारों पर चीन सैनिकों द्वारा टैंक व कैंप को हटा दिया गया था। और इस बात को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ( Defense Minister Rajnath Singh ) ने संसद में साफ़ कह दिया था, कि वह एक इंच ज़मीन भी किसी को लेने नहीं देंगे। अब देखना यह होगा कि आज इस बैठक के बाद दोनों देश किस बात पर राज़ी होते है।
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