Reebok स्पोर्ट्सवीयर पहनने वालों के लिए बुरी खबर, अब फ्री में भी नहीं मिलेगा जूता

नई दिल्ली: दुनियाभर में भले ही कोरोना का कहर कम हो गया हो, लेकिन इस महामारी के दौरान लगाए गए लॉकडाउन के कारण कई लोगों के बिजनेस ठप हो गए हैं। इस दौरान कई लोग बेरोजगार हो गए तो कई बड़ी कंपनियां बंद हो गई। इसी में जर्मनी की स्पोर्ट्सवीयर कंपनी Adidas भी चपेट में आ गई है।
Reebok ब्रांड को बेचने की तैयारी
दरअसल स्पोर्ट्सवीयर कंपनी Adidas ने अपना Reebok ब्रांड बेचने की तैयारी कर रहा है। बताया जा रहा है कि इस ब्रांड की बिक्री पिछले कुछ समय से बहुत कम हो रही है। जिसके कारण कंपनी ने यह फैसला लिया है। कंपनी ने बताया कि उसने Reebok को बेचने की औपचारिक प्रक्रिया शुरू कर दी है। Adidas ने ग्रोथ के लिए 5 साल का एक प्लान बनाया है जिसे वह 10 मार्च को पेश करने वाली है। उसी समय कंपनी 2020 के अपने आंकड़े भी जारी करने वाली है।
जानकारी के मुताबिक, स्पोर्ट्सवीयर कंपनी 2021 की पहली तिमाही से ही Reebok का कामकाज बंद कर देगी। CNBC के मुताबिक, एक बैंकिंग सोर्स ने बताया कि Reebok के बिजनेस की वैल्यू 1.2 अरब डॉलर के बराबर है। Adidas कंपनी के एक अधिकारी ने बताया कि ये दोनों कंपनी अलग होकर अच्छा ग्रोथ कर लेंगी। बता दें कि Adidas ने 2006 में बोस्टन की Reebok को 3.8 अरब डॉलर में खरीदा था। लेकिन इसके कमजोर परफॉर्मेंस के कारण इनवेस्टर्स लगातार इसे बेचने की मांग करते आ रहे थे।
कंपनी की सेल्स लगातार घटती जा रही है। साल 2020 की तीसरी तिमाही मे Reebok की नेट सेल्स 7 फीसदी गिरकर 40.30 करोड़ यूरो पर आ गई थी। जबकि इससे पहली तिमाही में कंपनी की सेल्स 44 फीसदी गिर गई थी। 2019 में Adidas ने Reebok की बुक वैल्यू 2018 के मुकाबले लगभग आधी घटाकर 84.20 करोड़ यूरो कर दिया था।
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