वजह बता कर खाली किया भोपाल के संसद ने सरकारी बंगला

क्या है वजह?
पद से हटने के बाद भी सरकारी आवास पर कब्जा जमाए नेताओं की खबरें तो हमेशा सुनने को मिलती हैं लेकिन पद पर रहते हुए भी कोई सरकारी आवास छोड़ दे, ऐसी घटनाएं कम ही देखने को मिलती हैं| ऐसा ही एक मामला भोपाल लोकसभा सीट से सांसद आलोक संजर का आया है जिनका इस चुनाव में टिकट काट दिया गया| बता दें कि भोपाल लोकसभा सीट देश भर में चर्चा का विषय बनी हुई है जहां से आलोक संजर की जगह साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को टिकट दिया गया है| बंगला खाली करने के सवाल पर आलोक संजर बोले, “सरकारी बंगला खाली करने का प्लान तो एक साल पहले ही बन गया था. मेरे स्वयं के घर में पहले कंस्ट्रक्शन चल रहा था, जो अब पूरा हो गया है| इसलिए मैंने बंगला खाली कर दिया है|”
दुबारा टिकेट मिलने पर क्या करते संजर
दोबारा टिकट मिलता तो क्या तब भी ऐसा करते, इस सवाल का जवाब देते हुए संजर बोले, ” यदि दोबारा टिकट मिलता और मैं सांसद बन भी जाता, तो भी सरकारी आवास खाली कर देता. मुझे अपनी मां के साथ घर पर रहना है. वह अकेले रहकर परेशान रहती थीं. अब तो सरकारी बंगले पर 4 गाय बची हैं, वह भी ले आएंगे.” बता दें कि सांसद आलोक संजर ने भोपाल में उन्हें आवंटित सरकारी बंगला बी-19, जो 74 बंगला इलाके में है, रविवार को खाली कर दिया. वे 12 नंबर स्टॉप के समीप रेलवे हाउसिंग सोसायटी स्थित निजी मकान में शिफ्ट हो गए हैं|