CIA का बड़ा बयान- चीन हमारी सुपरपावर की हैसियत खत्म करना चाहता है

वॉशिंगटन: अमेरिकी खुफिया एजेंसी CIA (सेंट्रल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी) ने चीन के खिलाफ बड़ा आरोप लगाया है। सीआईए ने कहा है कि चीन ने अमेरिका के खिलाफ शीत युद्ध छेड़ रखा है। उसने अमेरिका की सुपरपावर की हैसियत खत्म करने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। एजेंसी के मुताबिक, चीन जंग नहीं लड़ना चाहता, लेकिन शी जिनपिंग सरकार की मंशा है कि अमेरिका को कई मोर्चों पर पीछे कर दिया जाए।
चीन ने अमेरिका के खिलाफ छेड रखा है शीत युद्ध- CIA
सीआईए के डिप्टी असिस्टेंट डायरेक्टर माइकल कॉलिंस ने कहा कि पिछले कुछ दशकों में अमेरिका-रूस (पूर्व सोवियत संघ) के बीच जिस तरह का तनाव रहा, उस लिहाज से वर्तमान में चीन और अमेरिका के रिश्तों का आंकलन नहीं किया जा सकता। लेकिन फिलहाल जो हो रहा है, वह एक तरह का शीत युद्ध ही है।
चीन और अमेरिका में चल रहा ट्रेड वॉर
दरअसल, अमेरिका ने पिछले महीने चीन से इंपोर्ट होने वाले 2.34 लाख करोड़ रुपए (34 अरब डॉलर) के सामान पर 25% तक शुल्क लगाने का फैसला किया था, जो 6 जुलाई से लागू हो गया। बदले में चीन ने भी इतनी ही रकम के अमेरिकी आयात पर ड्यूटी बढ़ाई है। इससे पहले चीन ने अमेरिका पर विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) के नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया था। ऐसे में दोनों देशों के बीच व्यापारिक प्रतिस्पर्धा तेज हो गई है।
चीन प्रभाव बढ़ाने में जुटा
दरअसल, पिछले कुछ सालों से चीन न केवल अपनी सैन्य शक्ति को बढ़ा रहा है, बल्कि उसे अत्याधुनिक रूप देने में भी जुटा है। वहीं दक्षिण चीन सागर के विवादित द्वीप पर भी वह सैन्य अड्डे तेजी से विकसित करने में लगा हुआ है। कॉलिंस कहते हैं, “आप इसे पूर्व का क्रीमिया कह सकते हैं। जिस तरह रूस ने यूक्रेन की हद में आने वाले क्रीमिया को अपने कब्जे में कर लिया, उसी तरह चीन अन्य देश की सीमा में आने वाले क्षेत्रों को अपने कब्जे में करना चाहता है।”
एफबीआई ने चीन पर जासूसी की जताई थी आशंका
हाल ही में फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टीगेशन (एफबीआई) के डायरेक्टर क्रिस्टोफर रे ने कहा था कि चीन की तरफ से सबसे बड़ी चुनौती काउंटर इंटेलिजेंस की तरफ से है। हमने देश के पूरे 50 राज्यों में जासूसी की जांच की। इसमें पता चला कि सबके पीछे चीन का ही हाथ था।
व्यापारिक राज़ चुरा रहा चीन
अमेरिकी नेशनल इंटेलिजेंस के डायरेक्टर डेन कोट्स ने भी चीन पर अमेरिका के व्यापार और शिक्षा से जुड़ी खुफिया बातें चोरी करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि चीन देश के सीक्रेट चुरा रहा है, जिसके खिलाफ हमें कड़ा कदम उठाना होगा।
चीन से सावधान रहने की जरूरत
वहीं पूर्व मंत्री मार्सेल लेटर कहती हैं कि चीन के पास दुनिया की सबसे बड़ी आर्मी है। उसके पास दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी वायुसेना है। उसके पास नौसेना में 300 जहाज और 60 पनडुब्बियां हैं। पेंटागन भी कह चुका है कि चीन, अमेरिका से 20 गुना ज्यादा मिसाइल टेस्ट कर चुका है। इन सबके चलते चीन से सावधान रहने और उसकी हरकतों पर नजरें बिठाए रहने की जरुरत है।