तो किताब रखकर पर्चा हल करेंगे यूपी बोर्ड के परीक्षार्थी

लखनऊ। तो यूपी बोर्ड के अगले शैक्षिक सत्र से परीक्षार्थियों को किताबें रखकर परीक्षा देने की छूट होगी। हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में नकल रोकने के लिए यूपी सरकार कुछ इसी तरह की जुगत लगा रही है। यह पहली बार नहीं है, इससे पहले भी एक बार सपुस्तक परीक्षा प्रणाली अपनाई जा चुकी है लेकिन उसके परिणाम बेहतर नहीं आए थे। यूपी बोर्ड की परीक्षा में नकल रोकने के इस हथकंडे कई शिक्षाविद भी सहमत नहीं दिख रहे हैं।
दरअसल, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने यूपी बोर्ड की परीक्षा में नकल रोकने के लिए सपुस्तक प्रणाली लाना चाहते हैं और इसके लिए सम्बंधित विभाग को ब्लूपिं्रट भी तैयार करने को कहा है। हालांकि 1986 से 87 और 87 से 88 में सपुस्तक परीक्षा प्रणाली का लागू किया गया था। तब इसे कक्षा नौ की छमाही और सलाना परीक्षा में लागू किया गया था। यूपी बोर्ड की परीक्षा में पहली बार लागू करने पर विचार चल रहा है।