नई दिल्ली। पेपर लीक मामले के बाद केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीआई) की एक और गलती सामने आई है। 12 मार्च को हुए 10वीं के अंग्रेजी प्रश्न पत्र में टाइपिंग की गलती हुई थी जिसे बोर्ड ने मान लिया है और हर छात्र को दो अतिरक्त अंक देने का ऐलान किया है। सीबीएसई के इस फैसले से छात्रों का राहत मिलने के आसार हैं।
Central Board of Secondary Education (CBSE) will provide compensation of two marks to Class tenth students for a typing error in the English question paper. pic.twitter.com/nMETO57rTr
— ANI (@ANI) April 20, 2018
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कई शिक्षकों और छात्रों ने बोर्ड को अर्जी दी थी कि 12 मार्च को हुई दसवीं की अंग्रेजी की परीक्षा में कॉम्प्रिहेंशन पैसेज के सेक्शन में कई टाइपिंग एरर थे। शिक्षकों और छात्रों ने ऑनलाइल याचिका के जरिए सीबीएसई से इसकी शिकायत की थी। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने अपनी इस याचिका में कहा था कि परीक्षा के दौरान कई शब्दों को पढ़ने में छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ा था और उन्हें लग रहा था कि पैसेज में काफी गलतियां थीं।
बोर्ड ने अपनी इस गलती मान लिया है और इस वजह से किसी स्टूडेंट को नुकसान न पहुंचे इसलिए जिन स्टूडेंट्स ने इस सवाल को हल किया है उन्हें दो अंक देने का ऐलान किया है। बोर्ड के इस फैसले के बाद स्टूडेंट्स को काफी राहत मिली है।
बता दें कि इस साल 5 मार्च से सीबीएसई की दसवीं और बारहवीं की परीक्षाएं शुरू हुई थीं। इन परीक्षाओं में देशभर से 28 लाख, 24 हजार, 734 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। सीबीएसई के मुताबिक इस साल दसवीं की परीक्षा में 16 लाख, 38 हजार, 428 और बारहवीं की परीक्षा में 11 लाख, 86 हजार, 306 परीक्षार्थी रजिस्टर हुए थे।