जप लें ये मंतर, पैसे की सारी समस्याएं हो जाएंगी छूमंतर

नई दिल्ली। दुनिया में पैसे की जरुरत हर व्यक्ति को होती है। बेशुमार दौलत कमाने के लिए लोग कड़ी मेहनत करते हैं। इसके साथ-साथ हर तरह के प्रयास करते हैं। कुछ लोग जहां थोड़े से प्रयास से अपार धन-संपत्ति हासिल कर लेते हैं, वहीं कुछ लोग उम्र बीत जाने के बाद भी दौलत नहीं कमा पाते हैं। हिंदू धर्म की मान्यतानुसार कुबेर को धन का देवता माना गया है। आज हम आपको कुछ ऐसे मंत्र बताने जा रहे हैं, जिन्हें अपनाने से आपकी पैसे की समस्याएं छूमंतर हो जाएंगी।
जानिए क्या है वो मंत्र
मंत्र- ‘ॐ श्रीं, ॐ ह्रीं श्रीं, ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय: नम:’।
विनियोग- अस्य श्री कुबेर मंत्रस्य विश्वामित्र ऋषि:वृहती छन्द: शिवमित्र धनेश्वरो देवता समाभीष्टसिद्धयर्थे जपे विनियोग:
कुबेर के अन्य सिद्ध विलक्षण मंत्र –
अष्टाक्षर मंत्र- ॐ वैश्रवणाय स्वाहा:
षोडशाक्षर मंत्र- ॐ श्री ॐ ह्रीं श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नम:।
पंच त्रिंशदक्षर मंत्र- ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धन धान्याधिपतये धनधान्या समृद्धि देहि दापय स्वाहा।
इन तीनों में से किसी भी एक मंत्र का जप दस हजार (10000) होने पर दशांश हवन करें या एक हजार मंत्र अधिक जपें। इससे यंत्र भी सिद्ध हो जाता है।
वैसे सवा लाख जप करके दशांश हवन करके कुबेर यंत्र को सिद्ध करने से तो अनंत वैभव की प्राप्ति हो जाती है।
हवन- तिलों का दशांस हवन करने से प्रयोग सफल होता है। यह प्रयोग शिव मंदिर में करना उत्तम रहता है। यदि यह प्रयोग बिल्वपत्र वृक्ष की जड़ों के समीप बैठ कर हो सके तो अधिक उत्तम होगा। प्रयोग सूर्योदय के पूर्व संपन्न करें।
मनुजवाह्य विमानवरस्थितं गुरूडरत्नानिभं निधिनाकम्।
शिव संख युक्तादिवि भूषित वरगदे दध गतं भजतांदलम्।।
कुबेर मंत्र को दक्षिण की ओर मुख करके ही सिद्व करना चाहिए।