चंपारण में मंच से पीएम मोदी तारीफ कर रहे थे, नीचे स्वच्छाग्रही वेतन मांग रहे थे

मोतिहारी। चंपारण सत्याग्रह की भूमि मोतिहारी के ऐतिहासिक गांधी मैदान से मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार और देश की जनता को स्वच्छता का संदेश दे रहे थे नीचे मौजूद लगभग 20,000 स्वच्छाग्रही काम के बदले वेतन के मुद्दों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। फिर भी मोदी अपना संदेश देते रहे।
दरअसल इस बार चंपारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष के समापन समारोह का विषय सत्याग्रह से स्वच्छाग्रह था और इस कार्यक्रम में हिसा लेने के लिए तकरीबन 20,000 स्वच्छाग्रही उपस्थित थे। मोतिहारी में आयोजित कार्यक्रम के दौरान वे वहां दो घंटे रहे।
चंपारण सत्याग्रह के दौरान मोदी सरकार से खफा स्वयंसेवकों का कहना है कि हमे प्रधानमंत्री से बहुत ही आशाए थी कि वो कार्यक्रम में हमारे वेतन भत्तों के हित में घोषणा करेंगे। मगर उनकी मांग को अनसुनी करने की वजह से वो कार्यक्रम को बीच में ही छोड़ के जाने लगे।
विरोध प्रदर्शन कर रहे मध्यप्रदेश और बिहार के स्वच्छता स्वयंसेवकों का कहना है कि हमारे काम के लिए राज्य सरकार के तरफ से एक रुपये भी नहीं मिलता है। वही और और जिलो, राज्यों से आए स्वयंसेवकों का कहना है कि उन्हें काम के लिए बहुत का वेतन मिलता है। जिसने उनका गुज़ारा नहीं चल पता है। उनकी ये भी मांग है कि हमे सरकार की तरफ से मिलने वाली साड़ी सुविधाओं का लाभ मिले।