जैसलमेर में पहली बार देखा गया प्रवासी पक्षी डालमेशियन बर्ड्स
इससे पहले भी कई प्रकार की नई चिड़ियों की प्रजातियां जिसमें लेमविन, कई प्रकार के फाॅलकन, कुर्जा, गिद्द आदि प्रमुख देखे जा रहे हैं।

जैसलमेर: राजस्थान में रेगिस्तानी इलाकों में मानसून में जमकर बरसात होने के बाद बड़ी संख्या में सुदुर देशोें से प्रवासी पक्षियों की ऐसी प्रजातियां जैसलमेर में देखी जा रही हैं जो कि संभवतः पहली बार देखी गई हैं।
इससे वन्य जीव प्रेमियों में खुशी नजर आ रही हैं तथा उन्हें शोध के लिए नया विषय मिल रहा हैं। इसी कड़ी में इस बार डालमेशियन पेलकिन नामक बर्ड्स के साथ कई अन्य पहली बार देखे गए हैं जो कि यहां के पर्यावरण की दृष्टि से काफी बेहतर संकेत माना जा सकता हैं। डालमेशियन पेलकिन नामक बर्ड्स भारत के पूर्वी एवं दक्षिणी भागों मे नजर आता हैं लेकिन इस बार पहली बार पश्चिमी राजस्थान के रेगिस्ताती इलाकों में जलभराव वाले स्थानो पर देखा गया हैं। इससे पहले भी कई प्रकार की नई चिड़ियों की प्रजातियां जिसमें लेमविन, कई प्रकार के फाॅलकन, कुर्जा, गिद्द आदि प्रमुख देखे जा रहे हैं।
पर्यावरण प्रेमी एवं बर्ड वाॅचर राधेश्याम पैमानी ने बताया कि डालमेशियन पेलकिन नामक प्रजाति के बर्ड्स जैसलमेर के पोकरण क्षेत्र में खेतोलाई के पास एक छोटे तालाब में डालमेसियन पेलकिन नामक प्रजाति के कई बर्ड्स नजर आये। जैसलमेर के रेगिस्तान में इस प्रकार का पक्षी पहली बार देखा गया हैं। इस प्रजातियों की गिनती बड़े पक्षियों में होती हैं। सफेद रंग के पक्षियो की लंबी गर्दन व चोंच होती हैं जिसकी मदद से वे बड़ी मछली पकड़ लेते हैं। मछली ही इनका मुख्य भोजन हैं।
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