कोरोना के बढ़ते कहर के बीच अब डेंगू पसार रहा पैर, कई मरीजों में दिखे लक्षण

लखनऊ: एक तरफ कोरोना का संकट थमने का नाम नहीं ले रहा है। तो दूसरी तरफ अब डेंगू ने भी पांव पसारना शुरू कर दिया है। राजधानी लखनऊ में इन दिनों कोरोना के बाद डेंगू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। लेकिन अबतक डेंगू की रोकथाम और जागरुकता को लेकर स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है।
राजधानी में तेजी से पैर पसार रहा डेंगू
राजधानी लखनऊ में कोरोना के बढ़ते कहर के बाद अब डेंगू लोगों की मुसिबत बनता जा रहा है। राजधानी में डेंगू मरीजों की संख्या में भी तेजी से इजाफा हो रहा है। शहर के सरकारी और निजी अस्पतालों में अब तक डेंगू के मरीजों की संख्या 55 के करीब पहुंच गई है।
राजधानी लखनऊ के निजी अस्पतालों में करीब दर्जन भर से ज्यादा मरीज भर्ती हैं। जिसमें कुछ मरीजों की हालत गंभीर बताई जा रही है। वहीं कुछ मरीजों में डेंगू के साथ-साथ कोरोना की भी पुष्टि हुई है। जिन्हें बलरामपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
स्वास्थ्य विभाग नहीं उठा रहा ठोस कदम
कोरोना के बढ़ते कहर के बीच तेजी से पैर पसार रहे डेंगू को लेकर स्वास्थय विभाग लापरवाही बरत रहा है। डेंगू के रोकथाम और लोगों के बीच जागरुकता को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है।
वहीं लखनऊ में मलेरिया के इलाज के लिए सामुदायिक स्वस्थय केन्द्रों पर 10 बेड। वहीं जिला अस्पताल में 30 बेड अरक्षित रखने के आदेश हैं। साथ ही डेंगू के मरीजों के इलाज के लिए ग्रामीण क्षेत्रों की 11 सामुदायिक स्वस्थय केन्द्रों पर बेड रिजर्व किए गए हैं। डेंगू के लिए लोहिया संस्थान में 20 बेड आरक्षित होने का दावा है, बलरामपुर अस्पताल में 30 बेड, सिविल अस्पताल में 30 बेड, ऐसे ही बीआरडी व आरएलबी में भी डेंगू मरीज के लिए बेड रिजर्व कर दिए गए हैं। केजीएमयू में भी 30 बेड का वार्ड डेंगू मरीजों के लिए आरक्षित होने की खबर है।