DRDO को मिली बड़ी सफलता, SFDR का ट्रायल हुआ पूरा, जानें इसकी खासियत

ओडिशा: रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने शुक्रवार को सॉलिड फ्यूल डक्टेड रैमजेट (SFDR) तकनीक का सफल ट्रायल किया। यह परीक्षण ओडिशा के चांदीपुर रेंज से किया गया।
क्या है इसकी खासियत
इस परीक्षण के दौरान, यह देखा गया कि, सभी सब-सिस्टम जैसे बूस्टर मोटर और नोजल-लेस मोटर ने DRDO की अपेक्षा के अनुसार प्रदर्शन किया। इसके अलावा, उड़ान परीक्षण में सॉलिड फ्यूल बेस्ड डक्टेड रैमजेट टेक्नोलॉजी सहित कई नई तकनीकों का परीक्षण किया गया। सॉलिड फ्यूल बेस्ड डक्टेड रैमजेट (SFDR) तकनीक के सफल परीक्षण ने अब डीआरडीओ को (DRDO) को लंबी दूरी की हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल विकसित करने में सक्षम कर दिया है।
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क्या है SFDR?
यह रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित एक मिसाइल प्रणाली है। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन DRDO ने महत्वपूर्ण तकनीकों को विकसित करने के उद्देश्य से इस परियोजना का विकास किया, जो भविष्य में भारत की लंबी दूरी की हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों को बनाने के लिए ज़रूरी है।
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