बारिश के कारण कई प्रदेशो में मौतों के साथ ही हालात ख़राब, दिल्ली इन्तजार में

उत्तर प्रदेश में लगातार बारिश के चलते अब तक कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उत्तर प्रदेश में १४ जिलों में ३ दिनों में हुई भरी बारिश से १५ लोगों की मौत हो गयी। इसके साथ ही २३ जानवरों की भी मौत हुई है। इसके साथ ही 133 इमारतों को नुकसान पहुंचा है। यहां 9 से 12 जुलाई के बीच आई बारिश के कारण ऐसा हो रहा है।प्राकृतिक आपदा से जो जिले प्रभावित हुए हैं उनमें उन्नाव, पिलीभीत, सोनभद्र, प्रयागराज, बाराबंकी, हरदोई, गोरखपुर, कानपुर नगर, खिरी, अंबेडकर नगर, चंदोली, फिरोजाबाद, मऊ और सुल्तानपुर का नाम शामिल है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने ये संभावना जताई है कि शनिवार को भी बादल छाए रहेंगे, इसके अलावा बारिश और तूफान भी आ सकता है।
मौसम विभाग का कहना है कि उत्तराखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के कुछ इलाकों में भी शनिवार को भारी बारिश के आसार हैं।
बिहार में बाढ़ के कारण जीवन अस्तव्यस्त हो चुका है। उत्तर बिहार की हालत सबसे ज्यादा खराब है। यहां शुक्रवार को भी लगातार पांचवें दिन भारी बारिश हुई है। नदियों के उफान के चलते निचले इलाकों में पानी भर गया है। बारिश के कारण घरों के गिरने से 11 लोगों की मौत हो गई है। इसके अलावा बाढ़ के पानी से कई पुलिया भी ध्वस्त हो गई हैं। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी है।
पूर्वोत्तर के राज्य भी बारिश और बाढ़ से प्रभावित हैं। जिसमें अब तक 10 लोगों की मौत हो गई है। सबसे अधिक छह लोगों की मौत असम में हुई है। असम में आई बाढ़ के कारण 21 जिले और साढ़े आठ लाख लोग प्रभावित हैं। राहत एवं बचाव कार्य के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) को लगाया गया है।
जो लोग बाढ़ से प्रभावित हैं, उन्हें सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। पानी भर जाने के कारण लंबडिंग-बदरपुर रेल मार्ग से यातायात को रोक दिया गया है। बारिश के कारण हुई घटनाओं से मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश में भी दो-दो लोगों की मौत हो गई है।