किसानों आंदोलन: BJP पर जमकर बरसे किसान नेता, कहा- ‘दुष्प्रचार कर रही सरकार’
राष्ट्रीय महासचिव अतुल कुमार अंजान ने कहा कि किसानों के आंदोलन को लेकर सरकार बेबुनियाद दुष्प्रचार कर रही है और यह सरकार के उलझन की भड़ास है।

नई दिल्ली: देशभर में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय महासचिव अतुल कुमार अंजान ने सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि देश में चल रहे किसान आंदोलन पर केंद्र सरकार के मंत्री बेबुनियाद दुष्प्रचार में लगे हैं कि किसानों के आंदोलन में आतंकवादी और राष्ट्र विरोधी शक्तियां शामिल हो गई हैं।
‘सरकार बेबुनियाद दुष्प्रचार कर रही’
राष्ट्रीय महासचिव अतुल कुमार अंजान ने कहा कि किसानों के आंदोलन को लेकर सरकार बेबुनियाद दुष्प्रचार कर रही है और यह सरकार के उलझन की भड़ास है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के बॉर्डर पर बैठे किसान आंदोलन में 32 ऐसे परिवार के लोग हैं जिनके पिता, भाई, दादा भारतीय फौज में सेवाएं देते हुए सरकार के सर्वोच्च पदों से सम्मानित हैं।
समाधान से दूर भाग रही सरकार
उन्होंने बताया जितने भी किसान आंदोलन में शामिल है उनके बेटे वीर चक्र, विशिष्ट सेवा पदक, शौर्य चक्र राष्ट्रपति और रक्षा मंत्रालय से उन्हें दिया जा चुका है। इसके बावजूद ऐसे परिवारों को देश विरोधी बताना यह दिखलाता है कि केंद्र सरकार अनर्गल प्रलाप कर रही है। वह किसानों की वास्तविक समस्याओं को हल नहीं करना चाहती और समाधान से दूर भाग रही है।
किसान सभा के नेता के अनुसार कृषि मंत्री यह कह रहे हैं सरकार के प्रस्ताव का जवाब किसान संगठनों ने नहीं दिया है जबकि किसानों तीनों कानूनों को रद्द करने की अपनी मांग को साफतौर पर बता चुकी है। किसान संगठनों का यह कहना है कि सरकार तीन कानूनों को वापस ले और फिर व्यापक चर्चा के आधार पर नए कानून बनाने पर चर्चा की जाए।
उन्होंने कहा कि आंदोलनकारी किसान ट्रेनों को नहीं रोकेंगे। किसान विरोधी तीन कानूनों की वापसी समेत अपनी मांगों के समर्थन में अपने संगठनों के झंडों के साथ शीघ्र ही सभी राज्यों से दिल्ली की ओर कूच करेंगे। केंद्र सरकार द्वारा किसानों के विरुद्ध समानांतर आंदोलन चलाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए अंजान ने कहा कि किसान संगठन भारत सरकार के किसान विरोधी सभी रुख का खुलासा करने के लिए 300 प्रेस कॉन्फ्रेंस और दिसंबर के आखिर तक बड़े- छोटे 4000 से अधिक विरोध सभाएं करेंगे।
अतुल कुमार अंजान ने कहा कि एक तरफ दिल्ली में किसानों का मोर्चा जारी रहेगा तो दूसरी तरफ जिला और राज्य की राजधानियों में किसान मुख्यमंत्रियों, मंत्रियों के सरकारी आवास और राजभवन की तरफ भी कूच करने की योजना बना रहे हैं।
यह भी पढ़ें: किसानों का डाटा बैंक जल्द होगा तैयार, मिलेगी नवीनतम जानकारी