एफडीए ने कोरोना वायरस के उपचार में बामलानिविमब के इस्तेमाल की सहमति दी
एफडीए के प्रमुख वैज्ञानिक डेनिस हिंटन ने सोमवार को रिलीज में कहा, हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि बामलनिविमब मानकों पर खरा उतरा है और ऐसे में हमने उसे कोरोना के उपचार में आपातकालीन उपयोग के लिए अधिकृत किया है।

वाशिंगटन : अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने सोमवार को कोरोना वायरस के इलाज के लिए ईली लीली के बामलनिविमब एंटीबाडी उपचार को आपातकालीन तौर पर सहमति प्रदान की है। एफडीए के प्रमुख वैज्ञानिक डेनिस हिंटन ने सोमवार को रिलीज में कहा, हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि बामलनिविमब मानकों पर खरा उतरा है और ऐसे में हमने उसे कोरोना के उपचार में आपातकालीन उपयोग के लिए अधिकृत किया है।
एफडीए के मुताबिक यह दवा कोविड-19 के हल्के लक्षणों में प्रभावी हो सकती है। यह उन सभी के लिए कारगर है जो वयस्क हैं या वह बच्चे जिनकी उम्र 12 वर्ष से अधिक है और कोरोना वायरस संक्रमण के कारण अस्पताल में भर्ती होने का खतरा है। अमेरिका की फार्मास्युटिकल कंपनी ईली लिली ने एफडीए के निर्णय को महत्वपूर्ण बताते हुए अपने ट्वीटर हैंडल से सोमवार को ट्वीट किया।
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ट्वीट में लिखा “लिली को एंटीबॉडी खोज के लिए आपातकालीन दवा प्रदान कराने की सहमति देने से इस महामारी के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण क्षण सामने आया है। अभी इस दिशा में और काम किए जाने हैं, लेकिन हमें कोविड- 19 को हराने के वैश्विक प्रयास में इस योगदान पर गर्व है।”