राजस्थान में पहली अंतरराष्ट्रीय वर्चुअल कॉन्फ्रेंस, इतने देशों के प्रतिभागी लेंगे हिस्सा
राजस्थान में ‘ग्लोबल टू लोकल सस्टेनेबिलिटी एंड फ्यूचर अर्थ’ पर आधारित पहली अंतरराष्ट्रीय वर्चुअल

उदयपुर: राजस्थान में मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय और इंटरनेशनल ज्योग्राफिकल यूनियन के साझे में अंतरराष्ट्रीय वर्चुअल कॉन्फ्रेंस 17 से 19 दिसंबर को होगी।
ग्लोबल टू लोकल सस्टेनेबिलिटी
विश्वविद्यालय के प्रवक्ता डॉ. कुंजन आचार्य ने बताया कि इस वर्चुअल कॉन्फ्रेंस का विषय ‘ग्लोबल टू लोकल सस्टेनेबिलिटी एंड फ्यूचर अर्थ’ (वैश्विक से सततता एवं भविष्य की पृथ्वी) है। राजस्थान में ऐसी कॉन्फ्रेंस पहली बार आयोजित की जा रही है। आयोजन अध्यक्ष प्रोफेसर साधना कोठारी ने बताया कि इस कॉन्फ्रेंस में 40 देशों के प्रतिभागी हिस्सा लेंगे। अब तक 700 से ज्यादा पंजीकरण हो चुके हैं। यह वर्चुअल कॉन्फ्रेंस इंटरनेशनल ज्योग्राफिकल यूनियन एवं मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग द्वारा आयोजित कराई जा रही है। इस वर्चुअल में कुल 15 सत्र आयोजित किए जाएंगे।
इंटरनेशनल ज्योग्राफिकल यूनियन
इंटरनेशनल ज्योग्राफिकल यूनियन एक गैर सरकारी व्यवसायिक संगठन है जो भूगोल विषय के विकास के लिए समर्पित है। इस यूनियन का उद्देश्य शोध एवं अध्यापन के माध्यम से भूगोल विषय को पूरे विश्व में प्रोत्साहित करन है। यह कॉन्फ्रेंस सतत विकास लक्ष्यों को हासिल करने की दिशा में किए गए प्रयासों एवं भावी प्रयासों पर चर्चा करने का एक मंच दे रही है।
जलवायु परिवर्तन
सतत विश्व का निर्माण, सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु जलवायु परिवर्तन को प्राथमिकता देना, भविष्य की पृथ्वी के लिए नवाचार एवं विचारों को प्रोत्साहित करना एवं ‘कनेक्ट टू नेचर’ के लिए उपागम विकसित करना इस कांफ्रेंस के प्रमुख उद्देश्य हैं।
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