IPL 2020 में पहली बार टाइटेनियम मैटेरियल से बने हेलमेट का हो रहा इस्तेमाल

नई दिल्ली: कोरोना महामारी की वजह से इस साल का IPL यूएई में खेला जा रहा है। जाहिर है कि यूएई में गर्म बहुत पड़ती है। जिससे खिलाड़ियों को खेलने में बहुत परेशानी हो रही है। ऐसे में एक खबर सामने आ रही है कि खिलाड़ियों के हेलमेट में पहली बार एरो स्पेस में इस्तेमाल होने वाली फ्रांस की कोरोयड तकनीक इस्तेमाल किया गया है। इससे खिलाड़ियों को पसीना नहीं निकलेगा। IPL 2020 में पहली बार टाइटेनियम मैटेरियल से बने हेलमेट का इस्तेमाल हो रहा है।

IPL में जालंधर की यूज हो रही किट
IPL 2020 के सीजन में यूएई में बढ़ती गर्मी को देखते हुए इस बार खिलाड़ियों के लिए किट, हेलमेट, बैग समेत कई सामान जालंधर की खेल इंडस्ट्री ने मुहैया कराया है। दुबई की तेज गर्मी बल्लेबाजी करने वाले खिलाड़ियों को ज्यादा परेशान करती है। जिसके लिए खिलाड़ियों के हेलमेट में पहली बार एरो स्पेस में इस्तेमाल होने वाली फ्रांस की कोरोयड तकनीक इस्तेमाल की गई है। इससे खिलाड़ियों को कम पसीना निकलेगा।
टाइटेनियम ग्रिल का हेलमेट
अक्सर कई बार मैच के दौरान बॉउसर बॉल खिलाड़ी के सिर पर लग जाती है। जिससे खिलाड़ी के गंभीर चोटें आ जाती हैं। ऐसे में खिलाड़ी अपनी सेफ्टी के लिए मजबूत और हल्का हेलमेट पहनना पसंद करते हैं।
जिसके लिए श्रेय कंपनी ने सबसे हल्का हेलमेट 725 ग्राम का बनाया है। बताया जाता है कि यह हेलमेट बनाने में 10 से 12 दिन लगते हैं। और इसमें 140 तरह के सामान का इस्तेमाल होता है। बता दें कि टाइटेनियम ग्रिल से तैयार हेलमेट बहुत मजबूत होते हैं। जिसे पहनने के बाद खिलाड़ियों आरामदायक महसूस करते हैं।
कंपनी 20 साल से बना रही हेलमेट
कंपनी के एमडी ने बताया कि एरो स्पेस में इस्तेमाल होने वाली तकनीकी का पहली बार उपयोग किया जा रहा है। कंपनी 20 साल से इंटरनेशनल क्रिकेट हेलमेट तैयार कर रही है। उन्होंने यह भी बताया कि धोनी और कोहली समेत कई खिलाड़ी उनके हेलमेट का इस्तेमाल करते हैं।
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