नव वर्ष (New Year) में हेल्थ इंश्योरेंस में होगी बढ़ोतरी
कोरोना महामारी के संकट के बीच हेल्थ इंश्योरेंस सेक्टर के लिए 2020 नई संभावनाओं का साल रहा।

नई दिल्ली: कोरोना महामारी के संकट के बीच हेल्थ इंश्योरेंस सेक्टर के लिए 2020 नई संभावनाओं का साल रहा।
कोरोना ने आम जनता के बीच जीवन बीमा और स्वास्थ्य को लेकर सोच बदल दी है। दूसरी ओर कंपनियों ने भी तेजी से नए तरह के बीमा और तकनीक को लाकर लोगों की मांग पूरी करने की कोशिश की है। समय के बदलाव के साथ कुल मिलाकर हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियां फायदे में रही।
2020 से पहले तक लोग स्वास्थ्य बीमा को बहुत जरुरी नहीं मानते थे। लेकिन अब ऐस नहीं है। कोरोना महामारी के दौरान लोगों को यह एहसास हो गया है, कि स्वास्थ्य रहने की गारंटी व्यायाम व अच्छा खाना नहीं हैं। अब लोग अपने और परिवार के लिए हेल्थ इंश्योरेंस को महत्वपूर्ण मानने लगे हैं।
कोरोना काल में लोगों ने महसूस किया कि कैसे स्वास्थ्य बीमा न होने से जिंदगीभर की कमाई पल में खत्म हो सकती है। पिछली साल एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में हेल्थ इंश्योरेंस खरीदने वालों में महिलाओं की संख्या 19% हो गई है। जबकि 2018 तक के आंकड़ा सिर्फ 9% ही था। रिपोर्ट के मुताबिक जो महिलाएं हेल्थ इंश्योरेंस ले रही हैं, उनमें हर 10 में से 6 महिलाएं 5 लाख रुपए से ज्यादा का सम इंश्योर्ड चुनती हैं। हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी की प्रस्तावक के रूप में महिलाओं की संख्या बढ़ रही है।
हेल्थ इंश्योरेंस सेक्टर के लिए 2021 भी बहुत अच्छा रहेगा। इस साल कंपनियों की प्रीमियम आय 20% का फायदा होगा। सितंबर 2020 तक यह 16% ही था। इतना तेज बदलाव शायद ही किसी उद्धोग में हुआ हो।
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