भारत मेंं यहां पर है मां का पावन शक्ति पीठ, 9 दिव्य ज्योति जल रही हैं बिना तेल बाती के




दूसरी ज्योति माता महामाया की है, जिन्हें भक्त मां अन्नपूर्णा भी बोलते है। मान्यता है कि जिस घर में अन्नपूर्णा देवी का आशीर्वाद होता हैं, उस घर में कभी भी अन्न की कमी नहीं पड़ती।
तीसरी ज्योति मां चंडी की है। मान्यता के अनुसार मां चंडी के आशीर्वाद से सभी शत्रुओं का नाश हो जाता है।
चौथी जो दिव्य ज्योति है वो मां हिंगलाज भवानी की है। इनके आशीर्वाद से जीवन की सभी दिक्कतें दूर हो जाती है।
पांचवी ज्योति का स्वरुप मां विन्ध्यवासिनी का है। माता को मुक्तदायनी भी कहा जाता है क्योंकि मां के आशीर्वाद से सभी पापों से मुक्ति मिल जाती हैं।
छठी जो ज्योति है वो मां लक्ष्मी की है। मां की कृपा से जीवन में कभी आर्थिक परेशानियां नहीं आती है। मां के आशीर्वाद से धन-धान्य की वर्षा हो जाती है।
सातवीं ज्योति विद्यादायनी मां सरस्वती की है। मां सरस्वती के आशीर्वाद से मूर्ख भी ज्ञानी बन जाता है। कालिदास जी मां के आशीर्वाद से विद्वान हुए थे। आठवीं ज्योति मां अंबिका की है। मां के आशीर्वाद से सुख में वृद्धि होती है।
नवीं और अंतिम ज्योति माता अंजनी की है। माता की कृपा से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।