जैश पर एक्शन वरना पाकिस्तान से बात पर नो रिएक्शन

पठानकोट। पठानकोट एयरबेस पर हुए हमले के बाद 15 जनवरी को होने वाली भारत-पाक विदेश सचिव स्तर की बैठक पर संकट के बादल छा गए हैं। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक सरकार इस वार्ता के विकल्पों पर विचार कर रही है।
माना जा रहा है भारत सरकार अब विदेश सचिव स्तर की वार्ता से पहले पाकिस्तान के सामने शर्त रखेगी। शर्त यह होगी कि पाकिस्तान आतंकवादी संगठन जैश ए मोहम्मद के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे। अगर पाकिस्तान ऐसा करता है तो वार्ता को लेकर बात आगे बढ़ सकती है।
खबरों के मुताबिक पाकिस्तान की जैश ए मोहम्मद पर कार्रवाई से उसकी आतंकवाद के खिलाफ प्रतिबद्धता जाहिर होगी। इससे भारत को वार्ता का विकल्प मिलेगा। पठानकोट के बाद बदले हालात में वार्ता का विरोध भी हो सकता है क्योंकि इससे लगेगा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर पा रहा।
इससे पहले विदेश मंत्रालय के अधिकारी ने बताया था कि अगर इस आतंकी हमले में पाकिस्तान का हाथ होने के पुख्ता सबूत मिलते हैं तो दोनों देशों के बीच होने वाली वार्ता टल सकती है। एनबीटी की खबर के मुताबिक विदेश मंत्रालय के अधिकारी ने कहा, ‘सभी विकल्प खुले हैं। अगर जैश के खिलाफ पाकिस्तान सख्त कार्रवाई नहीं करता तो हम कड़े फैसले लेने में नहीं हिचकिचाएंगे।’