Islamicstate के विरूद्ध भारत का ब्रम्हास्त्र है ये….

देश के युवाओं को Islamicstate के खतरे से बचाने के लिए नरेन्द्र मोदी सरकार ब्रम्हास्त्र चलाने जा रही है। लेकिन इस ब्रम्हास्त्र से कोई खून खराबा नहीं होगा न ही जन धन की हानि होगी। लेकिन देश सुरक्षित होगा। देश की छवि सुधरेगी। युवाओं को बचाने के लिए ये ब्रम्हास्त्र है पारिवारिक संस्कार और भारतीय संस्कृति। तमाम उपायों के साथ-साथ अब गृह मंत्रालय और खुफिया विभाग ने भारतीय संस्कारों के इस मॉडल को और मजबूत करने का फैसला किया है।
Islamicstate के मुकाबिल संस्कार
खुफिया एजेंसी आई बी और राष्ट्रीय जांच एजेंसी के प्रमुखों समेत 13 राज्यों के पुलिस प्रतिनिधियों के साथ Islamicstate के खतरे से निपटने पर हुए मंथन के बाद ‘संस्कार नीति’ पर आगे बढ़ने का फैसला किया गया है। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि हालांकि भारत में आईएस का प्रभाव अन्य देशों के मुकाबले कम है लेकिन इस खतरे के प्रति किसी भी तरह की कोताही बरतना घातक साबित हो सकता है। बैठक में युवाओं को इस खतरे से बचाने के उपायों का विस्तृत खाका भी तैयार किया गया है।
सरकार की ‘संस्कार नीति’ की तारीफ करते हुए रक्षा विशेषज्ञ कमर आगा कहते हैं,
“हिंदुस्तान अमन-शांति का देश है। बुद्ध इसी धरती पर अवतरित हुए। ये महात्मा गांधी की जमीं है। हमने हमेशा हिंसा का विरोध किया है। इतिहास गवाह है कि जब भी देश में हिंसा हुई, आम जनता ने उसका बहिष्कार किया ऐसे में हम संस्कार और पारिवारिक मूल्यों के जरिए इस्लामिक स्टेट से युवाओं को गुमराह होने से बचा सकते हैं।“
दरअसल, इस्लामिक स्टेट के तरह-तरह के प्रलोभनों के बाद भारतीय युवकों का उसकी ओर झुकाव होना सरकार के लिए एक बड़ी चिंता की बात है। लेकिन राहत की बात ये कि हाल के दिनों में कई परिवारों ने सुरक्षा एजेंसियों को अपने बच्चों में आ रहे संदिग्ध बदलावों की खबर दी जिसके कारण कई बच्चों को काउंसलिंग के जरिए गुमराह होने से बचा लिया गया।