भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा आज से शुरू, शाह ने की मंगल आरती तो पीएम ने दी शुभकामनाएं

नई दिल्ली : आज आषाढ़ शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि है। इस मौके पर ओडिशा के पुरी और गुजरात के अहमदाबाद में भगवान जगन्नाथ की भव्य रथयात्रा निकाली जा रही है। इस रथ यात्रा को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गए हैं। इस मौके पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह अहमदाबाद में मंगला आरती में पहुंचे। वहीं अहमदाबाद में मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने सोने की झाड़ू लगाकर सुबह सात बजे रथयात्रा को रवाना कर दिया है।
रथयात्रा में शामिल होने के लिए देश के कोने-कोने से हजारों लोग अहमदाबाद पहुंच चुके हैं। पीएम मोदी ने भी लोगों को इस रथयात्रा के लिए शुभकामनायें दीं। आपको बता दें कि अहमदाबाद में रथयात्रा भगवान जगन्नाथ के मुख्य मंदिर से सरसपुर के रणछोड़दास मंदिर तक जाएगी। भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के रथ यहां करीब दो घंटे रुकेंगे। सरसपुर के रणछोड़दास मंदिर को भगवान जगन्नाथ का ननिहाल कहा जाता है।
रथ यात्रा शुरू करने से पहले भगवान जगन्नाथ का भव्य स्नान और अभिषेक किया गया। इसके बाद मंगला आरती की गयी। मान्यता के मुताबिक भगवान जगन्नाथ स्वस्थ होने के बाद रथ के जरिए शहर में निकलते हैं। रथयात्रा में राज्य के प्रमुख यानी सीएम की तरफ से भगवान के स्वागत की परंपरा है। इसका अर्थ यही होता है कि भगवन जगन्नाथ ही इस जग के स्वामी है और सभी उनके सेवक हैं। इसलिए सीएम ने सबसे पहले झाड़ू लगाकर इस रथ को रवाना किया।
BJP President Amit Shah attends aarti at Jagannath Temple in Ahmedabad. #Gujarat pic.twitter.com/nEQmvp2kXM
— ANI (@ANI) July 13, 2018
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट कर कहा, ‘रथ यात्रा उत्सव आरंभ होने पर देशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं। भगवान जगन्नाथ के आशीर्वाद से हर किसी का जीवन शांति, खुशहाली और समृद्धि से भरपूर रहे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर देश को जगन्नाथ रथयात्रा की शुभकामनाएं दी हैं। पीएम मोदी ने कहा कि भगवान जगन्नाथ के आशीर्वाद से देश नई ऊंचाइयों पर पहुंचे।
Greetings on the auspicious occasion of Rath Yatra.
With the blessings of Lord Jagannath, may our country scale new heights of growth. May every Indian be happy and prosperous.
Jai Jagannath! pic.twitter.com/1Ifrxueaiu
— Narendra Modi (@narendramodi) July 14, 2018
यह रथ यात्रा हर वर्ष निकाली जाती है। भगवान जगन्नाथ के रथ में 18 पहिए लगे होते हैं, जबकि बलराम के रथ में 16 और सुभद्रा के रथ में 14 पहिए होते है।इस यात्रा में लगभग 2500 साधु-संत हिस्सा ले रहे हैं।