सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राज्यपाल ने लिया बड़ा फैसला, अब इस नेता को दे दी सबसे बड़ी जिम्मेदारी

बेंगलुरू। कर्नाटक के सीएम बीएस येदियुरप्पा के लिए अब बड़ी मुश्किल खड़ी हो गई है। दरअसल आज सुबह सुप्रीम कोर्ट ने बीएस येदियुरप्पा को बिना बहुमत परीक्षण सीएम बनाने के कर्नाटक के राज्यपाल के फैसले को पलट दिया। अब येदियुरप्पा को शनिवार को ही शक्ति परीक्षण देना होगा। वहीं दूसरी तरफ सवाल ये भी उठ रहा था कि बिना स्पीकर के विधानसभा में शक्ति परीक्षण कैसे होगा? तो अब इस सवाल का भी जवाब मिल गया है।
दरअसल कर्नाटक के राज्यपाल ने आज बीजेपी के ही विधायक के जी बोपय्या को प्रोटेम स्पीकर बना दिया है। यानि अब केजी बोपय्या के सामने कल येदियुरप्पा को बहुमत परीक्षण पास करना होगा। आपको बता दें कि बोपय्या 2009 से 2013 तक कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर रह चुके हैं। केजी बोपय्या विराजपेट से बीजेपी के विधायक चुने गए हैं।
बता दें कि बहुमत परीक्षण में स्पीकर का अहम रोल रहता है, ऐसे में केजी का चुना जाना बीजेपी के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। वहीं इससे पहले कर्नाटक के इस संकट पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। बीजेपी और कांग्रेस के वकीलों ने अपना-अपना पक्ष रखा। सुप्रीम कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद बहुमत परीक्षण के लिए कल शाम चार बजे का समय निर्धारित कर दिया।
हालांक़ि बीजेपी कल बहुमत परीक्षण कराने के पक्ष में नहीं थी, लेकिन हॉर्स ट्रेडिंग को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने बहुमत साबित करने के लिए दिये गये 15 दिन के समय पर रोक लगा दी है और कल ही परीक्षण कराने का आदेश दिया है। कोर्ट ने यह आदेश भी दिया कि बहुमत साबित करने तक येदियुरप्पा कोई भी नीतिगत फैसला नहीं कर सकते हैं।
बहुमत साबित करने का दिन कल निर्धारित किये जाने के बाद प्रकाश जावडेकर ने ट्वीट किया कि बीजेपी कल सदन में बहुमत साबित कर देंगे। जावडेकर कर्नाटक के प्रभारी हैं और चुनाव परिणाम आने के बाद से वे बेंगलुरू में ही हैं।