जानिए कैसे मिली गर्मी से राहत और क्या है Western Disturbance
इस बार दिल्ली का मौसम लोगों को मायूस कर गया। फरवरी महीने में गर्मी ने 102 साल का रिकॉड को तोड़ा था। इस के बाद लोगो में दशहत फैल गई थी। लेकिन इस बार अब वेस्टर्न डिस्टरबेंस (Western Disturbance) का असर दिखने लगा है।

नई दिल्ली: इस बार दिल्ली का मौसम लोगों को मायूस कर गया। फरवरी महीने में गर्मी ने 102 साल का रिकॉड को तोड़ा था। इस के बाद लोगो में दशहत फैल गई थी। लेकिन इस बार अब वेस्टर्न डिस्टरबेंस (Western Disturbance) का असर दिखने लगा है। मौसम ने अपना रुख मोर लिया है। इस बार लोगों को गर्मी से मामूली राहत जरूर दिखई देगी। अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री की कमी आई है। हालांकि अब भी यह सामान्य से ऊपर बना हुआ है।
वहीं, इसकी वजह से न्यूनतम तापमान में काफी तेजी से वृद्धि हुई है। जिसकी वजह से रात के समय अब लोगों को गर्मी सता रही है।सोमवार को अधिकतम तापमान 32.2 डिग्री रहा। यह सामान्य से 3 डिग्री अधिक है। लेकिन न्यूनतम तापमान बढ़कर 18.9 डिग्री पहुंच गया। यह इस सीजन की सबसे गर्म सुबह थी।
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न्यूनतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री अधिक दर्ज हुआ। नजफगढ़ में न्यूनतम तापमान 22.5 डिग्री, पूसा में 21.8, पीतमपुरा 21.7, स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स 21.6 डिग्री पर रहे। मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार को आंशिक तौर पर बादल देखने को मिलेंगे। अधिकतम तापमान 32 और न्यूनतम तापमान 17 डिग्री के आसपास रह सकता है।
Western Disturbance क्या है?
आप सोच रहे होंगे की वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (Western Disturbance) जिसका यहां प्रयोग हो रहा हैं। वह क्या है? वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (Western Disturbance) यानी पश्चिमी विक्षोभ भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तरी इलाकों में सर्दियों के मौसम में आने वाले तूफान को कहते है। ऐसे तूफान जो वायुमंडल की ऊँची तहों में भूमध्य सागर, अन्ध महासागर और कुछ हद तक कैस्पियन सागर से नमी लाकर उसे अचानक वर्षा और बर्फ के रुप में उत्तर भारत, पाकिस्तान व नेपाल पर गिरा देता है। जिससे मौसम पर प्रभाव पड़ता है।