BCCI में सुधार के लिए होगी ‘सट्टेबाजी’

नई दिल्ली। बीसीसीआई में सुधार के लिए लोढ़ा कमेटी ने अपनी सिफारिशों की रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को सौंप दी है। जस्टिस आरएम लोढ़ा, जस्टिस अशोक भान और जस्टिस आरवी रवींद्रन की समिति ने यह रिपोर्ट तैयार की है।
लोढ़ा कमेटी ने बीसीसीआई और आईपीएल को पूरी तरह अलग करने की सिफारिश की है। कमेटी ने पूर्व गह सचिव जी के पिल्लई के नेतृत्व में संचालन समिति की सिफारिश की जिसमें मोहिंदर अमरनाथ, डायना एडुल्जी और अनिल कुंबले सदस्य होंगे।
न्यायमूर्ति लोढ़ा ने कहा कि हितों के टकराव पर फैसला आचारनीति अधिकारी करेगा। बीसीसीआई की नजरें इस बीच सुनवाई पर टिकी हैं कि सुप्रीम कोर्ट इन सिफारिशों को उसके लिए बाध्यकारी करता है या नहीं।
ये हैं सिफारिशें
- बीसीसीआई और आईपीएल के लिए अलग-अलग बोर्ड हो।
- आईपीएल के बोर्ड को पूरी स्वायत्ता न मिले।
- बीसीसीआई की काउंसिल में एक महिला सदस्य हो।
- आईपीएल गवर्निंग काउंसिल में 9 सदस्य हों।
- सीएजी ऑफिस से भी एक सदस्य हो।
- पांच सदस्य वोटिंग के जरिए चुने जाएं।
- दो सदस्य आईपीएल फ्रेंचाइजी के हों।
- हर राज्य से एक संघ पूर्ण सदस्य हो और उसे मतदान का अधिकार मिले।
- रेलवे, सेना और विश्वविद्यालय संघों को केवल एसोसिएट सदस्य बनाया जाए लेकिन उन्हें मतदान का अधिकार न मिले।
- बीसीसीआई पदाधिकारी लगातार दो साल से अधिक अपने पद पर न रहें।
- बीसीसीअाई का कोई भी पदाधिकारी मंत्री या सरकारी नौकर न हो।
- संविधान बनाया जाए और खिलाडि़यों का संघ भी बने।
- सट्टेबाजी को कानूनी मान्यता दी जाए।