अर्नब गोस्वामी की जमानत पर महबूबा मुफ्ती ने उठाए सवाल
वरिष्ठ पत्रकार अर्नब गोस्वामी को स्वतंत्रता के अधिकार पर उच्चतम न्यायालय से अंतरिम जमानत मिलने के बाद सियासी गलियारों में हलचल मचने लगी है।

श्रीनगर: वरिष्ठ पत्रकार अर्नब गोस्वामी को स्वतंत्रता के अधिकार पर उच्चतम न्यायालय से अंतरिम जमानत मिलने के बाद सियासी गलियारों में हलचल मचने लगी है। जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने अर्नब गोस्वामी को जमानत मिलने पर सवाल खड़े किए हैं। महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि जेलों में बंद कश्मीरियों और पत्रकारों की रिहाई पर तत्काल कोई प्रभावशाली कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है।
महबूबा मुफ्ती ने उठाए सवाल
Agree with SCs outrage on right to liberty. But sadly this outrage has been selective as there are hundreds of Kashmiris & journalists languishing in jails on baseless charges. Forget court ruling they didn’t even get a hearing. Why no sense of urgency for their liberty?
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) November 11, 2020
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने अर्नब गोस्वामी को उच्चतम न्यायालय से मिली जमानत पर सवाल खड़े किए हैं। महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर कहा है कि स्वतंत्रता के अधिकार पर उच्चतम न्यायालय के आक्रोश से सहमत हैं। लेकिन इस बात का बड़ा दुख है और नाराजगी भी है कि अब भी आधारहीन आरोपों के तहत सैकड़ों कश्मीरी और पत्रकार जेलों में बंद हैं। अदालत के फैसले को भूल जाओ उनकी अभी तक सुनवाई भी नहीं हुई है। उनकी स्वतंत्रता के लिए क्यों नहीं कोई भी आवाज उठाता है।
4 नवंबर को हुई थी अर्नब की गिरफ्तारी
अर्नब गोस्वामी को इंटीरियर डिजाइनर अन्वय नाइक और उनकी मां को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में चार नवंबर को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया था। शीर्ष अदालत ने बॉम्बे उच्च न्यायालय के फैसले को पटलते हुए अर्नब को जमानत पर रिहा कर दिया।
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