इराक में 40 साल बाद हुस्न और अदाओं के जलवे

इराक। आतंकी संगठन आईएस और कट्टरपंथियों की धमकियों के बीच इराक में मिस इराक ब्यूटी कांटेस्ट होने जा रहा है। 40 साल बाद होने वाले इस ब्यूटी कांटेस्ट के आयोजन के पीछे मकसद है कि ऐसे आयोजन देश में शांति बनाने में कामयाब होंगे तथा महिलाओं में आत्मविश्वास पैदा करेंगे। पहले यह आयोजन अक्टूबर में होना था, लेकिन धमकियों के चलते टाल दिया गया था।

उधर, दूसरी तरफ आयोजकों को यह शो न कराने के लिए जबरदस्त विरोध झेलना पड़ रहा है। क्योंकि इराक के अधिकांश हिस्सों पर आइएस का कब्ज़ा है और इस आतंकी संगठन की तरफ से सीधा आदेश जारी किया जा चुका है कि मुस्लिम महिलाओं का शरीर अगर पूरी तरह से ढंका नहीं होगा तो उन्हें मौत की सजा दी जा सकती है। ब्यूटी कांटेस्ट को लगातार मिलने वाली धमकियों और विरोध के चलते स्विमसूट सेशन कैंसल किया जा चुका है। कांटेस्ट के फाइनल राउंड का सीधा प्रसारण भी नहीं करने का फैसला लिया गया है ।

हालाँकि धमकियों और विरोध का यहाँ की लड़कियों पर कोई असर नहीं नजर आ रहा है। करीब 150 इराकी लड़कियां बाकायदा जींस-टीशर्ट में हिस्सा ले रही हैं। प्रतियोगिता में भाग लेने वाली लड़कियों में से 10 का चयन किया जाएगा, जो थाईलैंड और इजिप्ट में होने वाले ब्यूटी कॉन्टेस्ट में भाग लेंगी।
महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि 1972 में इराक की विजदान बुरहान अल-दीन ने आखिरी बार अपने देश की तरफ से किसी इंटरनेशनल ब्यूटी कांटेस्ट में भाग लिया था और मिस इराक चुनी गई थीं। इसी साल उन्होंने मिस यूनिवर्स में अपने देश की ओर से हिस्सा भी लिया।