लखनऊ आई निर्भया की मां, जानिए आगे क्या हुआ

लखनऊ। गोमती नगर स्थित 1090 चौराहे पर हजारों की संख्या में एक स्वर में निर्भया के अपराधी को पुन: सजह दिलवाने की मांग गूंजी। बेवियर फाउंडेशन द्वारा आयोजित ब्लैक डे पर सैकड़ों लोगो में नाबालिग दोषी की रिहाई के खिलाफ आक्रोश दिखा। फाउंडेशन ने एक आइटीआइ के जरिये उस नाबालिग अपराधी का नाम और तस्वीर सार्वजानिक करने की मांगी की है ताकि उसकी पहचान आम जनता के सामने आ सके। साथ ही मुलायम सिंह की बहु और सांसद अपर्णा यादव ने ऐलान किया कि प्रदेश के दरवाजे उस अपराधी के लिए हमेशा के लिए बंद है। इसी सन्दर्भ में शहर के हर वेलकम बोर्ड पर डमी ताला भी टांगा गया है।
जलाया गया नाबालिग अपराधी का पुतला
फाउंडेशन की थीम के चलते सभी समर्थक काले कपडे पहन कला रिबन बांदे नारे लगाए। साथ ही निर्भया को इन्साफ न दिला पाने का शोक प्रकट करते हुए हजारों की संख्या में काले गुब्बारे भी उड़ाए। नाबालिग के प्रति जनता के आक्रोश का अंदाज इसी से लगाया जा सकता है कि फाउंडेशन द्वारा एक काल्पनिक रूप का पुतला भी स्वाहा किया गया। अभी पुतला धूं धूं कर जल ही रहा था कि लोगों ने उस पर जम कर लाते बरसाईं। जन समर्थन के लिए सिग्नेचर कैंपेन भी चलाया गया जिसमे भारी संख्या में लोगों ने मिस यू निर्भया, नाबालिग को सजा दो जैसे संदेश लिखे।
29 दिसंबर को जंतर मंतर पर होगा प्रदर्शन
फाउंडेशन को निर्भया के माता पिता के साथ अपर्णा यादव प्रतीक यादव, जगदीश गांधी और महंत देव गिरी का साथ मिला। अपर्णा यादव ने बताया कि निर्भया को इन्साफ दिलाने की उनकी लडाई जारी रहेगी। इसके लिए निर्भया की बरसी यानी 29 दिसंबर को वो दिल्ली के जंतर मंतर की ओर कूंच करेंगी।